मसौढ़ी: बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है. इस बीच राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में वैसे मतदान केंद्रों पर फोकस किया जा रहा है, जहां पिछले चुनाव के दौरान वोट प्रतिशत बहुत रहे. उन जगह को चिन्हित कर अनुमंडल प्रशासन डोर टू डोर मतदाता जागरूकता अभियान चला रही है. इस दौरान मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें वोट के अधिकार और वोट के प्रति रुचि जगाने को लेकर जागरूक किया जा रहा हैं. गांव से लेकर शहर तक यह लगातार निर्वाचन कार्यालय के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम कराया जा रहा है.
सभी से वोट डालने की अपील: दरअसल, जिला पदाधिकारी के निर्देश पर मसौढ़ी एसडीएम के नेतृत्व में गांव से लेकर शहर तक सघन रूप में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस संबंध में एसडीएम ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में आप सभी गर्व से वोट डालें. लोकतंत्र के जनानी के तौर पर हमारे मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत कम से कम राष्ट्रीय औसत के रूप 68% हो इस बार हमारे सभी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता रिकॉर्ड स्थापित करें।
डोर-टू-डोर मतदाता जागरूकता अभियान गया: उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत 'वोट जैसा कुछ नहीं-वोट जरुर डालेंगे हम', 'चुनाव का पर्व-देश का गर्व' जैसे मतदान जागरूकता को प्रेरित करने वाले नारों से गांव एवं शहरी क्षेत्र में स्विप कार्यक्रम से जुड़े पदाधिकारी को वोट देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के तहत डोर टू डोर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
इन कार्यक्रमों से किया जा रहा जागरूक: इस दौरान मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली, शपथ ग्रहण, स्लोगन, रैली, संगोष्ठी, पदयात्रा, खेल इत्यादि कार्यक्रमों से मतदाताओं को अपने वोट का प्रयोग करने हेतु जागरूक किया जा रहा है. ऐसे में अब हर पदाधिकारी गांव-गांव में जाकर मतदाताओं के घर-घर दस्तक देते हुए कम से कम एक मतदाता के यहां तीन बार पदाधिकारी उन्हें वोट के लिए प्रेरित करेंगे.
प्रखंड स्तर पर टीम गठित: मसौढ़ी अनुमंडल के नक्सल प्रभावित इलाका खासकर भगवानगंज,बारा, नरहट, रौनीया और धनरूआ के राढा, छाती, पभेडी,तेतरी, आदि में सघन कार्यक्रम चलाया गया. मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर प्रखंड स्तर पर टीम गठित की गई है जहां सभी बीडीओ, सीओ जीविका, आंगनबाड़ी सेविका समेत विभिन्न संगठनों को गांव से लेकर शहर तक डोर टू डोर दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। खासकर नक्सल गांवों में ज्यादा मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है." - अमित कुमार पटेल, एसडीएम, मसौढ़ी