भरतपुर. जिले में इस बार मानसून मेहरबान रहा है. अभी मानसूनी सीजन खत्म होने में करीब एक माह का वक्त बाकी है. फिर भी जिले में औसत से काफी अधिक बरसात हो चुकी है. इतना ही नहीं, जिले के कई बड़े और प्रमुख बांध बरसाती पानी से भर चुके हैं, तो वहीं जिले के करीब 41 बांधों में कई सालों बाद बरसात का पानी पहुंचा है. साथ ही कई सालों बाद करौली जिले के पांचना बांध से भी गंभीरी नदी में अच्छी मात्रा में पानी आया है.
औसत से 131.50 मिमी बरसात अधिक : जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले ( भरतपुर व डीग) में 35 साल के रिकॉर्ड के अनुसार औसत बरसात 557 मिमी होती है, लेकिन इस बार 22 अगस्त तक जिले में 691.50 मिमी बरसात हो चुकी है, यानी जिले में मानसूनी सीजन समाप्त होने से पहले ही औसत से 131.50 मिमी बरसात हो चुकी है.
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41 बांध फुल : जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता बन्ने सिंह ने बताया कि अच्छी मानसूनी बरसात के चलते इस बार जिले के करीब 41 बांधों में अच्छी मात्रा में पानी आया है. जिले के प्रमुख बांध बंध बारैठा में अब तक कुल भराव क्षमता 29 फीट की तुलना में 27.20 फीट पानी आ चुका है. बांध का गेज 28 फीट पहुंचते ही बांध के गेट खोल दिए जाएंगे.
घना को मिला 200 एमसीएफटी पानी : एक्सईएन बन्ने सिंह ने बताया कि इस बार पांचना बांध से भी काफी अच्छी मात्रा में पानी छोड़ा गया. अभी भी पांचना बांध से पानी की आवक जारी है. अब तक केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में 200 एमसीएफटी पानी पहुंच चुका है. घना को करीब तीन साल बाद पांचना का पानी उपलब्ध हो सका है.