खूंटी: दुमका और रांची जेल में बंद पीएलएफआई के टॉप कमांडरों के इशारे पर फिर से खूंटी में सक्रिय पीएलएफआई नक्सली एक बार फिर से सिर उठाने की कोशिश में लगे हैं. रिमांड पर नक्सलियों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने कार्रवाई का खाका तैयार किया है. जेल में नक्सलियों तक मोबाइल पहुंचाने वालों से लेकर जेल से बाहर नक्सलियों की मदद करने वालों को सूची तैयार कर खूंटी एसपी ने कार्रवाई के लिए स्पेशल टीम बनाई है.
गिरफ्तार नक्सलियों ने उगले गहरे राज
नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो समेत संगठन के टॉप कमांडरों को जेल भेजने के बाद खूंटी लगभग नक्सल मुक्त की ओर बढ़ा ही था कि अचानक जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, शिव साहू और पंकज कुमार जेल से ही नेटवर्क खड़ा करने की तैयारी में जुट गए. इसका खुलासा हाल के दिनों में गिरफ्तार किए गए पांच नक्सलियों ने किया है. दिनेश गोप और शिवसाहू अलग-अलग क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करने के लिए नई टीम बना रहे हैं. टीम को ऑपरेट करने की जिम्मेदारी हाल के दिनों में जेल से छूटे और पूर्व में नक्सल संगठन से जुड़े लोगों को दी जा रही है.
ऐसे लोगों को जिम्मेदारी दी जा रही है जो नए लड़कों को पैसे उपलब्ध करा सकें और उनकी मदद से रंगदारी वसूल सकें. यही नहीं रंगदारी नहीं देने वालों पर फायरिंग और आगजनी जैसी वारदातों को अंजाम देकर दहशत कायम करने की कोशिश भी की जा रही है. इस काम में स्थानीय स्तर के जमीन माफिया सहित अपराधियों का भी सहयोग भी मिल रहा है. इस कारण पीएलएफआई संगठन में कई नए युवा जुड़ रहे हैं.
10 दिनों के अंदर 10 नक्सली गिरफ्तार
10 दिनों के भीतर खूंटी पुलिस ने 10 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सलियों के बयान और सत्यापन के बाद इस बात की पुष्टि हुई है कि जेल में बंद टॉप नक्सली कमांडर जेल में रहकर संगठन विस्तार करने में लगे हुए हैं. पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप और पंकज दुमका जेल में बंद हैं. जबकि शिवकुमार साहू रांची जेल में बंद है. इन नक्सलियों तक मोबाइल सहित अन्य उपकरण पहुंचाने वालों और संगठन विस्तार में मदद करने वाले लोगों की खूंटी पुलिस सूची तैयार कर रही है.
एसपी ने गठित की स्पेशल टीम
इन अपराधियों और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खूंटी पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई है. पुलिस की विशेष टीम नक्सल गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी शुरू कर दी है. जल्द ही बड़ी संख्या में नक्सली और नक्सलियों को मदद करने वाले भू-माफिया और अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
पांच आरोपियों का मिला नक्सल कनेक्शन
जिले में बढ़ते नक्सली कांडों के बीच पुलिस की सक्रियता बढ़ी है. हाल के दिनों में पुलिस ने पांच आरोपियों को कर्रा और जरियागढ़ क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. जिसमें 2 जनवरी को गुमला जिले का कामडारा निवासी प्रशांत कुमार उर्फ डब्लू, जरियागढ़ क्षेत्र के कमलेश गोप उर्फ लंबू और रामदयाल सिंह उर्फ करमदयाल सिंह के अलावा पांच जनवरी को विकास गोप और निमेश गोप को गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक राइफल, 11 कारतूस और संगठन का पर्चा बरामद किया था.इनमें जरियागढ़ से पकड़े गए तीन नक्सलियों का संपर्क मार्टिन और दुर्गा सिंह से रहा है. जबकि कर्रा से पकड़े गए दो नक्सलियों का संपर्क दिनेश गोप, शिवसाहू और टॉप नक्सली कमांडरों से रहा है.जांच में कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं.
रिमांड पर पुलिस ने की पूछताछ
रांची जेल में बंद शिवकुमार साहू, पंकज कुमार और खूंटी जेल में बंद संदीप प्रामाणिक और गोबिंद मांझी को दो दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा चुकी है.पूछताछ में इन लोगों ने पुलिस को कई खुलासे भी किए हैं. जिसमें उन लोगों ने बताया कि जिले में संगठन विस्तार और संगठन में नए लड़कों को जोड़कर वर्चस्व कायम करने की कोशिश की जा रही है.
अपराधियों की मदद ले रहे नक्सली
पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अन्य नक्सलियों और नक्सल गतिविधियों में शामिल लोगों के नाम का पता चला है. रिमांड के दौरान नक्सलियों ने जिन लोगों के नाम बताए हैं उसमें कुछ जमीन के कारोबारी हैं और अपराधी हैं. पूछताछ के दौरान जिनके नाम सामने आए हैं उसका सत्यापन जारी है. पूछताछ के बाद पुलिस की कार्रवाई में जेल में बंद नक्सलियों को जेल के अंदर से लेकर बाहर तक मदद करने वाले लोगों को चिन्हित किया जा चुका है और चिन्हित लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
जेल से नेटवर्क चलाने के मिले साक्ष्यः एसपी
एसपी अमन कुमार ने बताया कि खूंटी में कुछ दिनों से पीएलएफआई की सक्रियता बढ़ी है. जिसमें जांचोपरांत जेल में बंद नक्सलियों द्वारा फोन से रंगदारी और संगठन विस्तार सहित कई अन्य सूचना पुलिस को मिली थी. जिसपर पुलिस कार्रवाई के दौरान इसका खुलासा हुआ कि जेल से नेटवर्क चल रहा है.
एसपी ने दावा किया है कि अब पहले जैसा दस्ता पीएलएफआई का नहीं रहा. पहले गांव के लोग पीएलएफआई नक्सलियों को स्पोर्ट करते थे, लेकिन अब उन्हें स्पोर्ट करने वाला कोई नहीं है.उन्होंने बताया कि वर्तमान में खूंटी में न ही कोई एरिया कमांडर है और न ही कोई दस्ता सक्रिय है, लेकिन जेल में रहकर दस्ता में नए लड़कों को जोड़ने का काम हो रहा है. पैसों का प्रलोभन देकर युवाओं को जोड़ा जा रहा है.
नक्सलियों के मददगार किए गए चिह्नित
फायरिंग और आगजनी की घटना को अंजाम देकर दहशत फैलाकर लेवी वसूलने वालों को पुलिस चिन्हित कर रही है और नए लड़कों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. संगठन से जुड़े नए लड़कों की गिरफ्तारी के लिए अभियान लगातार जारी है.
चिह्नित लोगों पर होगी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि जेल में बंद कुख्यात नक्सलियों तक मोबाइल और अन्य उपकरण पहुंचाने वालों की पहचान कर ली गई है.साथ ही जेल आए बाहर रहने वालों का एक सूची बनाई गई है.जिसमें दर्जनों ऐसे नाम शामिल हैं जो पूर्व में नक्सली रहे हैं या हाल के दिनों में जेल से छूटे हैं. इसके अलावा कुछ जमीन माफिया भी शामिल हैं जो बाहर रह रहे लोगों को अप्रत्यक्ष सहयोग कर रहा है.एसपी अमन कुमार ने बताया कि चिन्हित लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है.जल्द हो बड़ी संख्या में गिरफ्तारी होगी.
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