जयपुर. राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर थाना पुलिस ने सुरंग खोदकर बैंक डकैती का प्रयास करने के मामले में पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मुख्य सूत्रधार 50000 के इनामी समेत चार आरोपियों को एशिया की सबसे बड़ी कच्ची बस्ती धारावी मुंबई से गिरफ्तार किया है. फरारी के दौरान आरोपियों को आश्रय देने वाले सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रामगंज निवासी रिजवान, बरेली उत्तर प्रदेश निवासी सलीम उर्फ पप्पू, मुंबई निवासी राशिद हुसैन और बरेली उत्तर प्रदेश निवासी अमन खान चिश्ती उर्फ बाबा खान को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा के मुताबिक विद्याधर नगर थाना इलाके में अंबाबाड़ी सब्जी मंडी में 23 जनवरी, 2024 को एसबीआई बैंक के पास सुरंग खोदकर बैंक और ज्वेलरी की दुकानों में डकैती की तैयारी करने वाले आरोपियों की तलाश के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि एक वाहन के फंसने से जमीन में गड्ढा हो गया है. गड्ढे से कुछ दूरी पर एसबीआई बैंक होने और संदेह होने पर पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया. जेसीबी से खुदाई करवाई, तो सुरंग बनी हुई निकली.
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सुरंगनुमा टनल करीब 200 मीटर की बनी हुई थी. सुरंग में मिट्टी को ढहने से रोकने के लिए बल्लियों के सहारे छतनुमा लकड़ी के बल्ली-फंटे और प्लाईबोर्ड लगे हुए थे. सुरंग का एक छोर अमानीशाह नाला की तरफ और दूसरा छोर एसबीआई बैंक की तरफ जा रहा था. जिस दुकान से सुरंग खोदी जा रही थी, उस दुकान का शटर बंद था. दुकान के बेसमेंट में सुरंग खोदी गई थी. करीब चार-पांच लोगों ने दुकान किराए पर लेकर फाइनेंस और खाद बीज का काम करना बताया था. बदमाशों ने दुकान में सुरंग खोदकर मिट्टी को कट्टो में भरकर रखा हुआ था. बेसमेंट में सैकड़ो मिट्टी के भरे हुए कट्टे थे और खुदाई करने के औजार रखे थे. सुरंग खोदने का नक्शा भी बरामद हुआ. करीब 200 मीटर सुरंग खोदी गई थी.
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डकैती की योजना को किया स्वीकार: पुलिस की स्पेशल टीम ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. दुकान किराए पर लेने वाले लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई. पुलिस ने हुलिया के आधार पर आरोपी अमन खान चिश्ती उर्फ बाबा खान को दस्तयाब करके पूछताछ की, तो उसने अपने चार-पांच साथियों के साथ मिलकर सुरंग खोदने और बैंक डकैती की योजना को स्वीकार किया. आरोपी दिन में बेसमेंट में सुरंग खोदते थे और रात को जालूपुरा इलाके में किराए पर रह रहे थे. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य आरोपी रिजवान उर्फ अरबाज और सलीम उर्फ पप्पू पर 25-25 हजार रुपए इनाम की घोषणा की. बदमाशों के नाम पते फर्जी और अधूरे पाए गए थे.
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यूट्यूब और सोशल मीडिया पर ली थी जानकारियां: बदमाशों ने यूट्यूब और सोशल मीडिया पर प्रक्रिया की पूरी जानकारी ले ली थी. घटनास्थल और रहने के स्थान पर निजी मोबाइल फोन और सिम का प्रयोग नहीं करते थे. घटनास्थल से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर ईदगाह दिल्ली बाईपास पर जाकर परिजनों से बात करते थे. वहीं पर फोन बंद करके वापस आते थे. पुलिस को मुख्य आरोपी रिजवान उर्फ अरबाज, सलीम उर्फ पप्पू और मोहम्मद वसीम की जानकारी प्राप्त हुई. पुलिस ने संदिग्ध मोबाइल नंबर एकत्रित करके सैकड़ों मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल प्राप्त करके आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाने में सफलता हासिल की.
फरारी के दौरान आरोपी बार-बार बदल रहे थे अपनी जगह: आरोपी बार-बार अपनी जगह बदल रहे थे. आरोपी अपने घर नहीं जाकर आगरा, दिल्ली, कोटा, उन्नाव, सूरत, बड़ोदरा, अहमदाबाद और मुंबई में धारावी कच्ची बस्ती में फरारी काट रहे थे. पुलिस की टीम ने अथक प्रयास करते हुए एशिया की सबसे बड़ी कच्ची बस्ती धारावी मुंबई से आरोपियों को दस्तयाब करके गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों पर 25-25000 यानी 50000 का इनाम घोषित किया था.
क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर जल्द करोड़पति बनना चाहते थे: पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज से आधार कार्ड बनवाया था. पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग नाम रखे थे. अपने असली नाम से आपस में भी बात नहीं करते थे. आरोपी पिछले 10 महीने से करोड़ों रुपए की डकैती की तैयारी कर रहे थे. यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया पर क्राइम सीरियल देखकर पुलिस और बदमाशों को पकड़ने की प्रक्रिया की भी पूरी जानकारी ले ली थी. क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर जल्द ही करोड़पति बनने के लिए घटना को अंजाम देने की प्लानिंग बनाई थी.
दूसरों के नाम से जारी करवा रखी थी सिम: गिरफ्तार आरोपी रिजवान पहले बैंक केवाईसी का काम करता था, उसे दौरान आने वाले ग्राहकों के कागजात से कई सिम जारी करवाकर खुद और अपने साथियों को दे रखी थी. आरोपी मौजमस्ती और करोड़पति बनने के लिए मोटी रकम एक साथ हासिल करना चाहते थे. मुख्य सूत्रधार रिजवान ने लाखों रुपए देने और जल्द अमीर होने का लालच देकर सुरंग खोदने के लिए अन्य आरोपियों को साथ में लिया था. फरारी के दौरान मुंबई में आरोपियों को आश्रय देने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपी रिजवान के खिलाफ पहले से करीब 6 अपराधी प्रकरण भी दर्ज हैं.