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जानिए क्या है मीडियाकर्मी बनने के ज्योतिषी आधार? इस ग्रह के बलवान होने पर मिलती है सफलता - Astrological basis For media person - ASTROLOGICAL BASIS FOR MEDIA PERSON

एक सफल मीडियाकर्मी बनने के ज्योतिषी आधार क्या हैं? किस ग्रह के बलवान होने पर मीडिया के क्षेत्र में जातक को सफलता मिलेगी, जानने के लिए आगे पढ़ें.

ASTROLOGICAL BASIS FOR MEDIA PERSON
मीडियाकर्मी बनने के ज्योतिषी आधार
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 11, 2024, 4:28 PM IST

इस ग्रह के बलवान होने पर मिलती है सफलता

रायपुर: मीडिया का संबंध प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडिया से है. ग्रह की बात करें तो निश्चित तौर पर मीडिया का संबंध शुक्र से है. शुक्र व्यक्ति को ख्याति दिलाता है. शुक्र का संबंध अभिनय नृत्य संगीत आदि से भी होता है. मीडिया आजकल अत्यंत प्रभावशाली है. जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करता है. इस तरह शुक्र ग्रह का बलशाली होना अच्छे मीडियाकर्मी बनने के लिए जरूरी है. इसी तरह गुरु आय का कारक भी है. आय का कारक होने से एक सफल मीडियाकर्मी के लिए गुरु का मजबूत होना आवश्यक है, क्योंकि जहां नाम है, वहां यश है. जहां नाम और यश है, वहां धन है. जहां धन है, वहां सम्मान है. जहां सम्मान है, वहां उपलब्धियां हैं. और जहां उपलब्धियां हैं, वहां शुक्र और गुरु की बड़ी कृपा है.

इन ग्रहों का मजबूत होना आवश्यक: इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने ज्योतिष और वास्तुविद डॉ महेंद्र कुमार ठाकुर से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, " एक मीडिया कर्मी के लिए शुक्र के साथ ही गुरु का भी बलशाली होना आवश्यक है, क्योंकि प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और वेब मीडिया यानी कि प्रेस का संबंध मंगल से भी है. ऐसे में शुक्र के साथ-साथ मंगल का भी बली होना आवश्यक है. अतः शुक्र और मंगल के बली होने के लिए इसके दशम और दूसरे भाव होने से उसके वाणी और प्रशासन पर प्रभाव पड़ता है. उसकी लोकप्रियता 11वें भाव से देखी जाती है, जिसका कारक गुरु है. मीडिया का प्रभावी व्यक्तित्व तेजस्वी भी होता है. अतः सूर्य का भी बलशाली होना अथवा उसका दशम भाव से संबंध होना आवश्यक है."

ग्रहों का भाव बदलेगा भाग्य: आगे महेन्द्र कुमार ठाकुर ने बताया कि" ऐसे में शुक्र और मंगल के 7 और 11वां भाव महत्वपूर्ण है. मंगल जहां व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है. प्रिंट मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और वेब मीडिया में सफल बनाता है. वही, शुक्र प्रचार प्रसार देता है. धन देता है, गुरु भी धन देता है. मंगल के कारण भी धन की प्राप्ति होती है. अर्थात उसका 11 और दूसरा एवं 10वां भाव शक्तिशाली होना चाहिए, क्योंकि मीडिया का संबंध जनता से है. अतः उसका चौथा भाव भी बलशाली होना चाहिए, क्योंकि चौथे भाव का संबंध जनता से है. भाग्य भाव भी शक्तिशाली होना चाहिए, क्योंकि भाग्य भाव का स्वामी जितना बलशाली होगा, व्यक्ति का भाग्य उतना ही साथ देगा और वह उतना ही नाम यश, धन, सम्मान, प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा."

यानी कि सफल मीडियाकर्मी बनने के लिए मंगल, शुक्र और गुरू ग्रह का प्रबल होना आवश्यक है. ऐसा होने पर जातक सफल मीडिया कर्मी बनता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

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रायपुर: मीडिया का संबंध प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडिया से है. ग्रह की बात करें तो निश्चित तौर पर मीडिया का संबंध शुक्र से है. शुक्र व्यक्ति को ख्याति दिलाता है. शुक्र का संबंध अभिनय नृत्य संगीत आदि से भी होता है. मीडिया आजकल अत्यंत प्रभावशाली है. जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करता है. इस तरह शुक्र ग्रह का बलशाली होना अच्छे मीडियाकर्मी बनने के लिए जरूरी है. इसी तरह गुरु आय का कारक भी है. आय का कारक होने से एक सफल मीडियाकर्मी के लिए गुरु का मजबूत होना आवश्यक है, क्योंकि जहां नाम है, वहां यश है. जहां नाम और यश है, वहां धन है. जहां धन है, वहां सम्मान है. जहां सम्मान है, वहां उपलब्धियां हैं. और जहां उपलब्धियां हैं, वहां शुक्र और गुरु की बड़ी कृपा है.

इन ग्रहों का मजबूत होना आवश्यक: इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने ज्योतिष और वास्तुविद डॉ महेंद्र कुमार ठाकुर से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, " एक मीडिया कर्मी के लिए शुक्र के साथ ही गुरु का भी बलशाली होना आवश्यक है, क्योंकि प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और वेब मीडिया यानी कि प्रेस का संबंध मंगल से भी है. ऐसे में शुक्र के साथ-साथ मंगल का भी बली होना आवश्यक है. अतः शुक्र और मंगल के बली होने के लिए इसके दशम और दूसरे भाव होने से उसके वाणी और प्रशासन पर प्रभाव पड़ता है. उसकी लोकप्रियता 11वें भाव से देखी जाती है, जिसका कारक गुरु है. मीडिया का प्रभावी व्यक्तित्व तेजस्वी भी होता है. अतः सूर्य का भी बलशाली होना अथवा उसका दशम भाव से संबंध होना आवश्यक है."

ग्रहों का भाव बदलेगा भाग्य: आगे महेन्द्र कुमार ठाकुर ने बताया कि" ऐसे में शुक्र और मंगल के 7 और 11वां भाव महत्वपूर्ण है. मंगल जहां व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है. प्रिंट मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और वेब मीडिया में सफल बनाता है. वही, शुक्र प्रचार प्रसार देता है. धन देता है, गुरु भी धन देता है. मंगल के कारण भी धन की प्राप्ति होती है. अर्थात उसका 11 और दूसरा एवं 10वां भाव शक्तिशाली होना चाहिए, क्योंकि मीडिया का संबंध जनता से है. अतः उसका चौथा भाव भी बलशाली होना चाहिए, क्योंकि चौथे भाव का संबंध जनता से है. भाग्य भाव भी शक्तिशाली होना चाहिए, क्योंकि भाग्य भाव का स्वामी जितना बलशाली होगा, व्यक्ति का भाग्य उतना ही साथ देगा और वह उतना ही नाम यश, धन, सम्मान, प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा."

यानी कि सफल मीडियाकर्मी बनने के लिए मंगल, शुक्र और गुरू ग्रह का प्रबल होना आवश्यक है. ऐसा होने पर जातक सफल मीडिया कर्मी बनता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

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