नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा सत्र की कार्यवाही 25 मिनट की देरी से शुरू हुई. सुबह 11 बजे से सदन की कार्यवाही शुरू होना निर्धारित थी. कार्यवाही शुरू करने के लिए 10 मिनट पहले विधानसभा परिसर में बेल भी बजने लगी. मगर, कोरम पूरा नहीं होने की वजह से सदन की कार्यवाही सुबह 11:25 बजे शुरू हुई. बीजेपी विधायक अभय वर्मा ने अपने क्षेत्र की समस्या को पेश किया.
आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बात रखी और बुधवार को दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय में ट्रिपल मर्डर के मुद्दे को उठाया. दिल्ली में इससे पहले हुए अपराध की घटनाओं का जिक्र किया. विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि नारायणा विहार में गुंडागर्दी इतनी है कि बदमाश रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं. वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भी सीट से उठकर कहा कि वाकई दिल्ली में अपराध का बुरा हाल है और विपक्ष इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है. यह भी चिंता की बात है.
आज सुबह सबसे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद इस संबंध में भाजपा के विधायक मोहन सिंह लिस्ट में एतराज जताया. बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने सदन की कार्यवाही देरी से शुरू होने पर अपनी बात रखी. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से कहा कि बेल पहले 10 मिनट पहले तक ही बजता था. लेकिन अभी आधे घंटे तक बजा है यह गलत है. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ठीक है उनकी बात नोट कर ली गई है. आगे से इस पर ध्यान दिया जाएगा.
भाजपा के विधायक अभय वर्मा ने विशेष उल्लेख के तहत अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी व सीवर के मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में सीवर की समस्या है. यह मुद्दा कई बार उठाया जा चुका है. लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ है. विधानसभा की कार्यवाही देरी से शुरू होने पर विधानसभा से बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट किया.
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बुजुर्गों की पेंशन के लिए सरकार को धन्यवाद
चर्चा में सत्ता पक्ष के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने बुजुर्गों की पेंशन शुरू करने के लिए सरकार की धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा उनके क्षेत्र में सैकड़ो बुजुर्ग को इसका इंतजार था. वहीं विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार की शिक्षा क्रांति की पोल खोलते हुए स्कूलों की दुर्दशा और यूनिवर्सिटी के खिलाफ़ शुरू किया गया हमारा अभियान ऐसे ही चलता रहेगा और दिल्ली में जनता के पैसे की बर्बादी करके बनाई गई इस यूनिवर्सिटी पर हम विधानसभा सत्र में ‘ध्यानाकर्षण प्रस्ताव’ के माध्यम से हम ने सरकार से इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की है.
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