लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय lलोक दल, अपना दल सोनेलाल और निषाद पार्टी के साथ ही सुभासपा के साथ गठबंधन है. यूपी की जिन नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें से बीजेपी ने आरएलडी को मीरापुर विधानसभा सीट दे दी है, लेकिन एनडीए के घटक दल निषाद पार्टी दो सीटों की डिमांड कर रही है. अभी तक बीजेपी ने निषाद पार्टी को कोई भी सीट न देने का फैसला किया है. इससे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद नाराज हैं.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने शनिवार को अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ में बैठक की. इस बैठक में उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी को मझवा और कटेहरी सीट भारतीय जनता पार्टी को सहयोगी दल होने के नाते देनी चाहिए. भले इन सीटों पर प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी अपने उतारे, लेकिन सिंबल निषाद पार्टी का होना चाहिए. मंत्री संजय निषाद ने कहा कि अपनी डिमांड से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संतान को अवगत करा दिया है.
दिल्ली में केंद्रीय संगठन से समय मांगा है. वहां मुलाकात कर मझवा और कटेहरी सीटें निषाद पार्टी के लिए मांगेंगे. यह जरूर है कि सिंबल हमारी पार्टी का रहना चाहिए, प्रत्याशी भाजपा अपने उतार सकती है. डॉ. निषाद का यह भी कहना है कि पिछली बार हमसे गलतियां हुई थीं. हमारा सिंबल न होने के चलते ही कई सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी चुनाव हार गए थे, इसलिए यह जरूरी है कि जहां पर हमारी पार्टी मजबूत है वहां सिंबल हमारा ही होना चाहिए.
फिलहाल अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं, लेकिन माना जा रहा है कि एक से दो दिन में बीजेपी के उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं. यही वजह है कि निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मंथन कर रहे हैं.
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