हजारीबाग: जिले के बड़कागांव विधानसभा के महुदी गांव में मुहर्रम के दिन दो गुटों के बीच हुई झड़प का मामला ठंडा होता नहीं दिख रहा है. असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल के आवास पर महुदी गांव के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. मौके पर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल, बड़कागांव के पूर्व विधायक लोकनाथ महतो समेत एक दर्जन से अधिक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
अमन के माता पिता से की मुलाकात
हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़कागांव के महुदी में हुई घटना की विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान जेल में बंद अमन कुमार की मां और पिता भी मौजूद थे. असम के मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इस लड़ाई में भाजपा सभी हिंदू परिवारों के साथ है. झारखंड सरकार एक खास समुदाय को खुश करने की कोशिश कर रही है और तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है.
डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने हजारीबाग सांसद के आवासीय कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की. बैठक में उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि आज झारखंड में कानून व्यवस्था, ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल, युवाओं के साथ धोखाधड़ी, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासियों के अधिकार छीनने की कोशिश, अनुबंध पर काम कर रहे सहायक पुलिस पर लाठीचार्ज ने राज्य के विकास की गति को रोक दिया है. डॉ. हिमंत ने इन सभी बातों को आम जनता तक पहुंचाने की बात कही.
महुदी की घटना की निंदा की
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. हिमंत बिस्वा सरमाने कहा कि महुदी में जो घटना हुई है, वह बिल्कुल भी सही नहीं है. जिला प्रशासन से हिंदू समाज ने सिर्फ पांच लोगों के साथ महावीरी झंडा वापस अपने स्थान पर लाने का अनुरोध किया था, लेकिन जिला प्रशासन ने कांग्रेस और झामुमो सरकार को खुश करने के लिए झंडा वापस लाने का आदेश दिया. इसी क्रम में धरना पर बैठे लोगों पर लाठीचार्ज भी किया गया, जो संविधान के अनुसार सही नहीं है. भारतीय जनता पार्टी इसकी निंदा करती है. उन्होंने कहा कि अगली बार झारखंड में भाजपा की सरकार बनी तो वे स्वयं महुदी जाएंगे और ग्रामीणों के साथ महावीर और रामनवमी का जुलूस निकालेंगे.
फिलिस्तीनी झंडा दिखाने वालों पर कार्रवाई की मांग
झारखंड में मुहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का झंडा दिखाए जाने के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि क्या फिलिस्तीन या पाकिस्तान की सरकार भारतीय झंडा फहराने का आदेश देगी. अगर नहीं देती है तो भारत में भी फिलिस्तीन का झंडा फहराने का आदेश नहीं होना चाहिए. झारखंड सरकार को अगर संविधान को जिंदा रखना है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
कांग्रेस द्वारा थोपे गए आरोप कि भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में मदरसों की संख्या ज्यादा है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से पहले इन राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी. भाजपा ने कहीं भी कोई नया मदरसा नहीं बनवाया है. कांग्रेस द्वारा संस्कृत और मदरसा को एक बताने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि संस्कृत देवों की भाषा है. संस्कृत में मानवता, विज्ञान, गणित, भूगोल, वैदिक आदि का ज्ञान है न कि किसी एक समुदाय या हिंदुओं का. ऐसे में मुझे संस्कृत और मदरसा को एक बताने वालों की बुद्धि पर भी शर्म आती है.
सहायक पुलिसकर्मियों से मिलेंगे हिमंत
उन्होंने कहा कि जिस तरह से झारखंड सरकार ने सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज किया है, उससे साफ है कि झारखंड सरकार अपने ही वादे को पूरा नहीं करना चाहती है. चुनाव से पहले हेमंत सोरेन ने सहायक पुलिसकर्मियों को भरोसा दिलाया था कि उनकी सरकार बनते ही उन्हें नियमित कर दिया जाएगा. वह अपने ही शब्दों से मुकर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे घायल सहायक पुलिसकर्मियों से मिलेंगे.
झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इस बार आम जनता को कड़ी मेहनत करनी है. अगर आम जनता इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बनाती है तो आने वाले समय में झारखंड में 100 जगहों पर फिलिस्तीन का झंडा फहराया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तैयार है. इस बार दोगुनी हिम्मत के साथ भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करेगी.
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