उत्तरकाशी: सीमांत उत्तरकाशी जिले के दिचली, गमरी पट्टी और टिहरी के प्रतापनगर क्षेत्र के 42 गांवों को जोड़ने वाला देवीसौड़ आर्च पुल जर्जर हो गया है. आलम ये है कि 52.75 लाख रुपए की लागत से बने इस पुल का डामर उखड़ने लगा है. साथ ही भारी वाहनों की आवाजाही से पुल दोनों सिरों पर 3-4 इंच झुक गया है. जिसके चलते पुल पर हादसे का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि साल 2006 में जब टिहरी बांध परियोजना के चलते देवीसौड़ झूला पुल टिहरी झील में समाया तो क्षेत्रीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने नए पुल के निर्माण के लिए लंबा आंदोलन किया. जिस पर टीएचडीसी और राज्य सरकार ने साल 2018 में 52.75 करोड़ रुपए की लागत से देवीसौड़ में नए आर्च पुल का निर्माण कराया, लेकिन इस पुल की नियमित मरम्मत न होने से यह खस्ताहाल होता जा रहा है.
वर्तमान में पुल पर भारी मालवाहक वाहनों की आवाजाही से जगह-जगह डामर उखड़ने के साथ पुल दोनों सिरों पर तीन से चार इंच झुकाव आ गया है. जो खतरे का संकेत दे रहा है. अगर समय रहते पुल की सुध नहीं ली तो आने वाले समय में किसी हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है. पुल के हालत को देख क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों में सरकार के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है.
प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष कोमल सिंह राणा, शिवराज बिष्ट, प्रमोद रावत, जीत सिंह भड़कोटी ने बताया कि पुल की स्थिति बेहद खस्ताहाल है. कई बार बीडीसी बैठक के साथ प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से पुल की मरम्मत शुरू करने की मांग की गई, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने जल्द से जल्द पुल की मरम्मत शुरू न करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
"कुछ महीने पहले ही पुनर्वास विभाग से यह पुल स्थानांतरित हुआ है. पिछले महीने ही पुल मरम्मत कार्य के लिए शासन को 42 लाख रुपए का स्टीमेट बनाकर भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही मरम्मत का काम शुरू करवाया दिया जाएगा." -मनोज दास, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, चिन्यालीसौड़
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