जयपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार करने पर केंद्र सरकार और ईडी विपक्षी दलों के नेताओं के निशाने पर हैं. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार और ईडी पर निशाना साधा है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि ईडी का काम अब केवल राजनीतिक तोड़फोड़ करना ही रह गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में 400 पार सीटों का दम भरने वाली भाजपा को 200 सीट हासिल करने का भी आत्मविश्वास नहीं है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, 'पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग की पराकाष्ठा है. ऐसा देश में पहली बार देखा जा रहा है कि संवैधानिक पदों पर बैठे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. ईडी का काम केवल राजनीतिक तोड़-फोड़ करना ही रह गया है. यह लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.'
रोज उठाए जा रहे तानाशाही कदम : अशोक गहलोत ने ईडी के जरिए विपक्षी दलों के नेताओं पर शिकंजा कसने के आरोप लगाने के साथ ही केंद्र की भाजपा सरकार पर तानाशाही कदम उठाने के भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, 'ऐसा लगता है कि दिन रात 400 पार का शोर मचा रही भाजपा को 200 सीटों का भी आत्मविश्वास नहीं है. इसलिए इस तरह के तानाशाही कदम रोज उठाए जा रहे हैं.' इससे पहले अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज करने को लेकर भी केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.