फरीदाबाद: आर्यन मिश्रा हत्याकांड का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. वीरवार को कम्युनिस्ट पार्टी की नेता और पोलिट ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात फरीदाबाद पहुंची और उन्होंने पिछले दिनों तस्कर समझकर 12वीं कक्षा के छात्र की हत्या मामले में पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ये पूरा मामला बड़ा ही गंभीर है. वृंदा करात ने कहा कि 30 किलोमीटर तक अपराधी एक बेकसूर का पीछा कर रहे हैं.
#WATCH | Haryana | CPI(M) leader Brinda Karat today visited the family of the 12-grade student who was shot and killed by cow vigilantes on the suspicion of cow smuggling in Haryana's Faridabad
— ANI (@ANI) September 5, 2024
She said, " the family is right when it asks who gave them (accused) the gun license.… pic.twitter.com/ujdgyPH0Ox
कम्युनिस्ट पार्टी की नेता ने पीड़ित परिजनों से की मुलाकात: उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में वो दिखाई भी दे रहे हैं. उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि पीछा करने वालों में कोई डर नहीं है. हैरत की बात ये है कि अवैध हथियारों से एक मासूम की हत्या कर दी जाती है. और यहां लोकल नेता या प्रशासन का कोई अधिकारी पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं आता. वृंदा करात ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी है. उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल: उन्होंने ये भी कहा कि कि ऐसे लोग गौ रक्षा के नाम पर करप्शन और स्वार्थ की रक्षा करते हैं. उन्होंने कहा कि गौ रक्षा के नाम पर उन्हें गोली चलाने का लाइसेंस किसने दिया? पीड़ित परिवार ने भी कहा किसी को भी गोली मारने का अधिकार क्यों दिया जा रहा है? गौ रक्षा के नाम पर ये लोग गुंडागर्दी करते हैं. हाईवे पर 30 किलोमीटर तक गौ रक्षा के नाम पर किसी को गोली मार दी जाती है. वो भी शहर में पुलिस के रहते हुए. ये बहुत ही बड़ी शर्म की बात है.
आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग: उन्होंने पूछा कि किस कानून के तहत इन लोगों ने कानून को हाथ में लिया? अगर ये गोली किसी मुसलमान को लग जाती, फिर ये लोग कहते मुसलमान को गोली लगी है, तो सही है, लेकिन मुसलमान को भी गोली क्यों मारना? उन्होंने कहा कि इस पूरे केस में हरियाणा पुलिस भी इंवॉल्व है. ऐसा लगता है जैसे आरोपियों से झूठे बयान दर्ज करवाए गए हैं. गोरक्षा के नाम पर, पुलिस भी पीड़ित परिवार के साथ अन्याय कर रही है. सबसे बड़ी बात ये भी है कि यहां के लोकल नेता भी इसी शहर में हैं और प्रशासन भी. पर पीड़ित परिवार से कोई भी अभी तक मिलने नहीं आया.