दौसा : पांच साल के आर्यन को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. आर्यन को बोरवेल में गिरे 48 घंटे हो चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है. वहीं, पाइलिंग मशीन में तकनीकी खामी की वजह से बीते 3 घंटे से खुदाई का काम बंद पड़ा है. एनडीआरफ और एसडीआरफ की टीम लगातार मासूम को बोरवेल बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हो रहे हैं. सभी आर्यन की सलामती के लिए दुआएं कर रहे हैं.
दौसा में बोरवेल में गिरे आर्यन को 48 घंटे से अधिक का समय गुजर गया है. मशीन द्वारा अब तक करीब 120 फीट के करीब खुदाई की जा चुकी है. वहीं, 150 फीट तक खुदाई का कार्य किया जाएगा. एनडीआरफ कमांडेंट योगेश कुमार ने बताया कि खुदाई का काम पूरा होने के बाद गड्ढे की फिनिशिंग की जाएगा. उसके बाद एनडीआरफ के जवानों को पीपी किट पहनाकर 150 फीट गहरे गड्ढे में उतारा जाएगा. जवानों द्वारा आर्यन तक पहुंचने के लिए गड्ढे में बोरवेल में एक टनल बनाई जाएगी.
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उन्होंने बताया कि गड्ढे में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वाटर लेवल बढ़ने की संभावना है. कई प्रकार की परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा, लेकिन पूरी सावधानियां बरतने के बाद ही जवानों को नीचे उतारा जाएगा. हालांकि, उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन कितने समय में सफल होगा, इसकी जानकारी नहीं दी है. एनडीआरफ कमांडेंट ने बताया कि मशीन में तकनीकी खामी की वजह से उसे ठीक किया जा रहा है, जिसे ठीक कर जल्द ही फिर से खुदाई का कार्य शुरू किया जाएगा. वहीं, तकनीकी खामी के कारण पिछले एक घंटे से खुदाई का काम बंद है.
दरअसल, जिले के कालीखाड़ गांव में बोरवेल में गिरे पांच साल के बालक आर्यन को 45 घंटे से चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है. इसके चलते आर्यन के परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. बालक आर्यन सोमवार शाम 3 बजे से बोरवेल में है, जिससे बचने की उम्मीद अब जवाब देने लगी है. हालांकि, प्रशासन सहित एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार पिछले 45 घंटे से बचाव कार्य में जुटी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि आर्यन को आज बुधवार शाम तक बोरवेल से बाहर निकाल लिया जाएगा, लेकिन जब से आर्यन बोरवेल में गिरा है. उसकी मां गुड्डी देवी सदमे में है. परिवार के किसी भी सदस्य ने अभी तक अन्न का दाना तक नहीं खाया है.
बता दें कि बालक आर्यन सोमवार को दोपहर बाद 3 बजे अपनी मां के पास खेल रहा था. इस दौरान वह घर के पास ही खुले पड़े 175 फिट गहरे बोरवेल में गिर गया. सूचना पाकर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, लेकिन 45 घंटे बाद भी आर्यन को बाहर निकालने की उम्मीद कहीं नजर नहीं आ रही है. जिला कलेक्टर देवेंद्र यादव पिछले मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है.
देसी जुगाड़ भी हुए फेल : प्रशासन ने बोरवेल से करीब 20 फिट की दूरी पर ही खुदाई शुरू की थी. एनडीआरफ और एसडीआरएफ टीम ने भी कई बार एलनुमा हुक में फंसाकर आर्यन को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन इसमें भी सफलता नहीं मिली. इसके बाद बचाव दल ने आर्यन को बाहर निकालने के लिए देशी जुगाड़ अपनाया, लेकिन सभी प्रयास फेल हो गए. हालांकि आर्यन को पानी में जाने से रोकने के लिए आर्यन के नीचे अंब्रेला लगाने में कामयाब हो गई थी.
प्लान बी शुरू, जल्द मिल सकती है सफलता : सारे प्रयास विफल होने के बाद अब प्रशासन ने प्लान बी पर काम शुरू कर दिया है. इससे उसे जल्द ही बोरवेल से बाहर निकालने में सफलता मिलने की संभावना जताई जा रही है. मौके पर सवाई माधोपुर से मंगवाई गई पाइलिंग मशीन द्वारा बोरवेल से 4 से 5 फिट की दूरी पर ही 4 फिट चौड़ाई में गड्ढे की खुदाई की जा रही है. इसकी 150 फिट खुदाई पूरी होने के बाद एनडीआरफ के जवान गड्ढे में नीचे उतरेंगे और गड्ढे में ही आर्यन तक पहुंचने के लिए एक टनल बनाएंगे. इसके जरिए बचाव टीम आर्यन तक पहुंचेगी. उसके बाद ही आर्यन को बाहर निकाला जाएगा.
एक घंटे में हो रही 20 फीट तक खुदाई : एनडीआरफ जवानों से मिली जानकारी के अनुसार पाइलिंग मशीन के जरिए एक घंटे में करीब 20 फीट तक खुदाई की जा रही है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मशीन द्वारा करीब 7 से 8 घंटे में खुदाई का कार्य पूरा किया जाएगा. फिलहाल मशीन द्वारा बुधवार सुबह 9 बजे तक 110 फिट तक गहरी खुदाई की जा चुकी है. इसके बाद एनडीआरफ और एसडीआरएफ के जवानों की अग्नि परीक्षा शुरू होगी, लेकिन एनडीआरफ और एसडीआरएफ के जवान किसी भी कीमत पर आर्यन को बचाने के लिए तैयार है.
बोरवेल में पानी का जलस्तर बढ़ा : रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी प्रकार की अड़चन नहीं आए, इसलिए क्षेत्र की बिजली आपूर्ति पूरी तरीके से बंद की हुई है. इससे क्षेत्र के सभी बोरवेल से पानी निकासी पूरी तरह बंद है. ऐसे में जिस बोरवेल में आर्यन गिरा है.अब उसका भी जलस्तर बढ़ने लगा है. रेस्क्यू टीम में लगे लोगों की चिंता है कि कहीं बोरवेल का पानी आर्यन के पास तक पहुंच गया तो उसे खतरा हो सकता है.