नई दिल्ली: नवरात्रि पर्व के समापन की ओर हैं. शनिवार को नवमी पूजा के बाद रविवार को मां की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा. इसको लेकर राजधानी में दिल्ली सरकार की तरफ से कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. बता दें प्रदूषण के चलते दिल्ली की यमुना में मूर्ति विसर्जन और पूजा सामग्री डालने पर रोक है. इसके मद्देनजर श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा और परेशानी से बचने के लिए दिल्ली सरकार के द्वारा दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के प्रसिद्ध चितरंजन पार्क में प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नेहरू प्लेस के आस्था कुंज पार्क में कृत्रिम तालाब बनाया गया हैं. जहां पर प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए तमाम व्यवस्थाएं दिल्ली सरकार के द्वारा की गई है.
नेहरू प्लेस में कृत्रिम तालाब का निर्माण : बता दें कि राजधानी दिल्ली में बड़े ही उल्लास के साथ नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और कई जगहों पर मां की प्रतिमा स्थापित की जाती है और नवरात्रों में पूजा अर्चना होती है. पूजा के बाद मां की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है, लेकिन प्रदूषण के चलते दिल्ली की यमुना में मूर्ति विसर्जन पर रोक के बाद दिल्ली सरकार के द्वारा चितरंजन पार्क के करीब नेहरू प्लेस में कृत्रिम तालाब बनाया गया है.
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कृत्रिम तालाब का निर्माण : चितरंजन पार्क इलाके में बड़े धूम-धाम से नवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है. यहां बड़ी संख्या में माता की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं. इसके अलावा दक्षिणी और दक्षिण पूर्वी दिल्ली के अलग अलग इलाकों में माता की प्रतिमा स्थापित की जाती है. जिसके विसर्जन के लिए नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के पास आस्था कुंज पार्क में बड़ा कृत्रिम तालाब बनाया गया है. शनिवार को दिल्ली सरकार के अधिकारी तैयारियों में जुटे हैं और टैंकरों के जरिए कृत्रिम तालाब में पानी डाला जा रहा है.
बता दें कि नवरात्र का पर्व 3 अक्टूबर से शुरू हुआ था जो 11 अक्टूबर तक चला है और 12 अक्टूबर को नवमी का पर्व मनाया जा रहा है वहीं विसर्जन रविवार को होना है जिसको लेकर दिल्ली सरकार के द्वारा दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कृत्रिम तालाब बनाया गया है
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