खूंटी: प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा आदि आदर्श ग्राम योजना से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने खूंटी पहुंचे. अर्जुन मुंडा ने जिले में आदि आदर्श ग्राम योजना के तहत 254 गांवों के विकास के लिए 25 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से बनने वाली विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया. मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित कड़िया मुंडा, डीसी, डीडीसी एसपी समेत जिले के कई अधिकारी मौजूद रहे.
बिरसा कॉलेज स्थित बहुउद्देशीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम सभी के सामूहिक प्रयास से हमारे गांव निश्चित ही आदर्श बनेंगे. इस दिशा में हम सभी को अपने स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है. ग्राम सभा के महत्व को समझते हुए सभी ग्रामवासियों का सामूहिक निर्णय भी महत्वपूर्ण होना चाहिए. गांव के विकास में नए आयाम स्थापित करने की जरूरत है. विशेषकर हमारे भविष्य के लिए, हमारे बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में विकास के साथ-साथ कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बहुमुखी विकास सुनिश्चित करना आवश्यक है. आदिवासी विकास की अवधारणा को सफल रूप देने में हर स्तर को अपनी भूमिका निभानी होगी.
आदिवासी समाज का विकास मुख्य उद्देश्य: अर्जुन मुंडा ने कहा कि अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों के एकीकृत सामाजिक और आर्थिक विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से जनजातीय कार्य मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना शुरू की है. विशेष केंद्रीय सहायता की उप-योजना को जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संशोधित और कार्यान्वित किया गया है. इस महत्वपूर्ण योजना का उद्देश्य केंद्रीय अनुसूचित जनजाति घटक में विभिन्न योजनाओं के तहत उपलब्ध धनराशि के माध्यम से प्राथमिकता देकर आदिवासी आबादी वाले गांवों में सुविधाओं और व्यवस्थाओं के अंतर को कम करना और बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराना है.
इस योजना में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम से कम 50 प्रतिशत आदिवासी आबादी वाले 36,428 गांवों और 500 जनजातियों को अनुसूचित जनजातियों के साथ कवर करने की परिकल्पना की गई है और खूंटी जिले में कम से कम 50 प्रतिशत आदिवासी आबादी वाले कुल 254 गांवों में वर्तमान में योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है.
8 घटकों के तहत किया जा रहा योजनाओं का क्रियान्वयन: अर्जुन मुंडा ने कहा कि सभी अनुसूचित जनजाति बहुल गांवों के एकीकृत सामाजिक-आर्थिक विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 8 घटकों के तहत योजनाओं का चयन एवं क्रियान्वयन किया जा रहा है. इन घटकों में रोड कनेक्टिविटी, दूरसंचार कनेक्टिविटी, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उप-केंद्र, पेयजल सुविधाएं, जल निकासी और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शामिल है.
आयोजित कार्यक्रम को पद्मभूषण कड़िया मुंडा ने भी संबोधित किया और उन्होंने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधियों और गांव के प्रबुद्ध लोगों को जागरूक होने की जरूरत है ताकि हमारा पूरा गांव जागरूक हो सके. किसी भी योजना के सफल क्रियान्वयन में स्थानीय लोगों का सबसे अधिक महत्व होता है. हम सभी को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए. साथ ही जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहयोग करें, इससे हमारे गांव का बहुआयामी विकास संभव हो सकेगा.
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