रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के क्षेत्ररक्षक भैरवनाथ भगवान के कपाट भी आज विधिवत खुल गये हैं. भैरवनाथ भगवान के कपाट खुलने के बाद अब सायं से नित्य भगवान केदारनाथ की आरती होगी और भोग लगेगा. भैरवनाथ के कपाट खुलने की परंपरा आदि काल से चली आ रही है.
केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर्व पर खुल गये थे. आज शनिवार को केदारनाथ धाम में स्थित केदारनाथ के क्षेत्ररक्षक भगवान भैरवनाथ के कपाट भी खुल गये हैं. केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग ने भैरवनाथ के कपाट खोले. बता दें कि भैरवनाथ भगवान केदारनाथ के क्षेत्ररक्षक के रूप में पूजे जाते हैं.
मान्यता के अनुसार जब केदारनाथ के कपाट बंद होते हैं, तो भैरवनाथ भगवान ही समस्त केदारनगरी की रक्षा करते हैं. जब तक भैरवनाथ के कपाट नहीं खोले जाते हैं, तब तक केदारनाथ भगवान की आरती नहीं होती है और भोग भी नहीं लगता है. भैरवनाथ के कपाट सिर्फ मंगलवार या फिर शनिवार को खोले जाते हैं. आज शनिवार को केदारनाथ के पुजारी ने विधि-विधान से भैरवनाथ के भी कपाट खोल दिये हैं. अब सायं से बाबा केदार की संध्याकालीन आरती शुरू हो जाएगी. अब भक्त केदारनाथ के अलावा भैरवनाथ के भी दर्शन कर सकेंगे.
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि आज विधि-विधान से भगवान भैरवनाथ के भी कपाट खोल दिये गये हैं. एक अनुमान के मुताबिक अक्षय तृतीय पर करीब 29 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. आज शनिवार को सुबह 8 बजे तक गौरीकुंड और सोनप्रयाग से 10 हजार श्रद्धालु केदारनाथ धाम को रवाना हुए थे.
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