लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद पहली बार केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मंगलवार को अपने कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुई. मौका था अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की 75 वी जयंती का. अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कार्यक्रम के संबोधन के दौरान साफ मैसेज देने का प्रयास किया कि, वो दलित, ओबीसी और वंचित वर्ग के साथ हमेशा रहेंगी और उनके लिए लड़ती रहेंगी. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी को उन्होंने गिरगिट बताते हुआ कहा कि, उन्होंने ओबीसी को लेकर एक पत्र योगी को लिखा तो सपा के पेट में दर्द होने लगा.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि, मिर्जापुर में दूसरी बार चुनाव लड़ने गई तो लोग कह रहे थे कि, मिर्जापुर में लगातार दूसरी बार कोई भी चुनाव नहीं जिता, लेकिन कार्यकर्ताओं ने कहा कि, ये भ्रम हम लोग तोड़ेंगे. दूसरी बार क्या तीसरी बार भी मिर्जापुर जीता. हां ये जरूर है कि, कुछ कमी रह गई. और दूसरी सीट में हार मिली. इसके पीछे एक बड़ा कारण था, वो झूठ, अफवाह और भ्रम जो विपक्षी खेमे ने फैलाया कि, मोदी सरकार फिर से आ गई तो आरक्षण खत्म कर देगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मीडिया और विपक्ष कह रही है की, अनुप्रिया की जमीन खिसक रही है. उनके वोटर उनसे दूर जा रहे हैं. इन सभी बातों से अनुप्रिया रुकने वाली नहीं है. वो दलित, ओबीसी और वंचित वर्ग की आवाज उठाती रहेंगी. लेकिन यूपी में एक मौसमी सामाजिक न्याय वाली पार्टी है, जिसे सत्ता में रहते कभी पीडीए की याद नहीं आती है. ये कांग्रेस के साथ सरकार में तो रहते हैं लेकिन नीट में ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलता, यह याद नहीं रहता. रक्षा मंत्रालय रहा फिर भी केंद्रीय विद्यालय में आरक्षण याद नहीं आया. इतना ही नहीं इसी पार्टी ने आरक्षण में प्रमोशन का विरोध किया था. सपा के लोग गिरगिट से भी तेज रंग बदलते हैं
अनुप्रिया ने कहा कि, संसद में उन्होंने सिर्फ लोकसभा अध्यक्ष से यह आग्रह किया था कि, जो भी ड्राफ्ट में हो उसी के अनुसार लोग शपथ लें, लेकिन एक क्षेत्र के सांसद और मीडिया ने अफवाह फैला दी कि, अनुप्रिया ने एक सांसद की ओर से उर्दू में शपथ लेने का विरोध किया. अनुप्रिया सभी धर्म और भाषाओं का सम्मान करती है. अनुप्रिया ने एक बार फिर से प्रतापगढ़ के कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, लोकतंत्र में राजा ईवीएम से ही पैदा होता है.