अनूपपुर। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती अमरकंटक के दो दिवसीय दौरे पर मां नर्मदा मंदिर पहुंची. उमा भारती ने यहां मां नर्मदा मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और मंदिर परिसर में स्थित अन्य मंदिरों के दर्शन किए.यहां उन्होंने कहा कि मां नर्मदा के विकास का काम जैसा होना चाहिए वह नहीं हो पाता. वहीं विपक्ष को आड़े हाथ लिया तो राहुल और दिग्विजय को कांग्रेस के पतन का कारण बताया.
विकास के लिए एक होना जरुरी
मीडिया से बात करते हुए उमा भारती ने अमरकंटक और नर्मदा को लेकर कहा कि नर्मदा जी का काम संपूर्णता के साथ जैसा होना चाहिए वैसा हो नहीं पाता है. इसमें विभिन्न जिले शामिल हो जाते हैं, साथ ही एक तरफ एक और राज्य भी शामिल हो जाता है. इतनी कठिनाई आती है किसी के इरादे नेक नहीं हों ऐसा बिल्कुल नहीं होता है लेकिन एक साथ मिलकर जब तक एकसाथ कलेक्टिव डिसीजन नहीं होगा और उसका एक कोऑर्डिनेटर नहीं बनेगा तब तक यहां का विकास सम्भव नहीं है.
जहां कश्मीर टूटा है वहां जोड़ें
दिग्विजय सिंह के ईडी सीबीआई वाले बयान को लेकर कहा कि हम उनको कोई जवाब नहीं देते. पहले वो अपने बयान पर टिके रहे जहां जहां उनकी सरकार है वो कहें कि ईडी, सीबीआई और ईवीएम की वजह से उनकी सरकार बनी है. राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी जोड़ना क्या चाहते हैं, अगर जोड़ना ही है तो जो पाकिस्तान के कब्जे में हमारा कश्मीर टूटा है वहां जाए यात्रा करें वहां मुकाबला करें. जब कुछ टूटा ही नहीं है तो फिर जोड़ना क्या है.
विपक्ष पर साधा निशाना
इंडिया गठबंधन को लेकर उमा भारती ने कहा कि विपक्ष को उसी धरातल पर खड़ा होना पड़ेगा जहां मोदी और भाजपा खड़ी है. तीन धरातल पर मोदी जी का व्यक्तित्व बना है, जब तक मोदी जैसा व्यक्तित्ववान व्यक्ति दस बीस साल में खड़ा नहीं होता है कोई भी मोदी से आंख नहीं मिला पाएगा.उन्होंने कहा कि जिस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई उस दिन पूरा भारत जुड़ गया.
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राहुल,दिग्विजय ने खत्म की कांग्रेस
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को खत्म करने का काम राहुल गांधी कर देते हैं और रही सही कसर दिग्विजय सिंह पूरा कर देते हैं. उन्होंने दिग्विजय सिंह को वाणी पर कंट्रोल करने की सलाह दी. अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पर कहा कि यह भारत माता के माथे पर मुकुट जड़ा है जिससे भारत का गौरव बढ़ा है. राम को सिर्फ हिंदुओं से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. मुसलमान और ईसाइयों के भी पूर्वज हैं राम. जिस युग में पैदा हुए हैं उसके बाद ही अन्य धर्मों का उदय हुआ है इसलिए राम पूरे भूमंडल के पूर्वज हैं.