अनूपपुर। बीते 25 दिनों पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में 5 हाथियों के समूह से बिछड़े दो प्रवासी हाथी निरंतर विचरण कर रहे हैं, जो दिन में जंगलों में ठहरने के बाद रात होते ही अनूपपुर-जैतहरी वन परिक्षेत्रों से लगे ग्रामीण अंचलों में घुसकर लोगों का नुकसान कर रहे हैं. जिसके कारण हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण परेशान हैं. वहीं, जिला प्रशासन व वन विभाग के द्वारा अब तक अपनाए गए सभी तरह के प्रयोग असफल होते जा रहे हैं.
मंत्री दिलीप जायसवाल ने जताई चिंता
कई दिनों से ये दोनों हाथी ग्राम पंचायत लखनपुर के लखनपुर खोलैया मार्ग के मध्य बांस व मिश्रित प्लांटेशन में ठहरकर दिन में विश्राम करते हैं और देर रात होने पर किस तरफ विचरण करेंगे यह रात होने पर ही पता चलता है. मध्य प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल अनूपपुर पहुंचे. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ''वन विभाग के अधिकारियों को जंगली हाथियों को यहां से भगाने के निर्देश दिए हैं. मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि "जिले में खुलेआम हाथियों का विचरण चिंता का विषय है. पिछली बार जिले में हाथियों के द्वारा एक व्यक्ति को कुचलकर मार दिया गया था. इस प्रकार की घटना दोबारा जिले में ना हो, इसके लिए तत्काल बांधवगढ़ से हाथी पकड़ने वाली टीम को बुलवाकर हाथियों को पकड़ें.''
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पश्चिम बंगाल का 14 सदस्यीय दल भी हुआ फेल
जिले में बार-बार हाथियों के निरंतर विचरण से जिला प्रशासन व वन विभाग भी चिंतित है, जिसे गंभीरता से लेते हुए पश्चिम बंगाल से हाथियों पर काम करने वाले 14 सदस्यीय दल को अनूपपुर बुलाया गया. यह दल करीब 10 दिनों से हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहा है, परंतु पूरी तरह से पश्चिम बंगाल की टीम हाथियों को भगाने में विफल साबित हो रही है.