जयपुर. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने हत्या के मामले में 9 साल से फरार चल रहे 35,000 रुपए के इनामी बदमाश को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी जिले के टॉप 10 मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल था. आरोपी साल 2015 में गंगापुर सिटी में नगर परिषद चेयरमैन की हत्या के मामले में फरार चल रहा था. एजीटीएफ ने मुख्य आरोपी गोविंद जाट को थाना सेवर (भरतपुर) इलाके से दस्तयाब किया है.
एडीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि पकड़ा गया बदमाश गंगापुर सिटी जिले के टॉप 10 मोस्ट वान्टेड की सूची में शामिल था. बदमाश के ऊपर आईजी रेंज भरतपुर की ओर से 35 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था. ये 9 साल पहले गंगापुर सिटी नगर परिषद चेयरमैन डॉ प्रकाश चन्द अग्रवाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. आरोपी घटना के बाद हरियाणा, दिल्ली, मथुरा क्षेत्र में फरारी काट रहा था. एजीटीएफ की टीम ने करीब 4 महीनों से इस पर नजर रखे हुए थी. शुक्रवार को एएसआई शैलेंद्र और कांस्टेबल बृजेश को सूचना मिली कि गोविंद सिंह बयाना से सेवर होते हुए मथुरा की तरफ जाएगा. इस सूचना पर एजीटीएफ ने गंगापुर सिटी एसपी सुजीत शंकर के समन्वय में सेवर थाना इलाके में सरसों अनुसंधान केंद्र के पास घेराबंदी कर गोविंद सिंह को डिटेन कर लिया.
कनपटी पर दो गोली मारकर की गई थी हत्या : एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि ईदगाह मोड़ गंगापुर सिटी निवासी नगर परिषद चेयरमैन डॉ प्रकाश अग्रवाल 9 जून 2015 की रात घर के बाहर खड़ी कार अंदर कर रहे थे. इसी दौरान बाइक पर दो युवक आए और पीछे बैठे युवक ने कट्टे से डॉ प्रकाश अग्रवाल की कनपटी पर दो फायर कर दिए, जिससे उनकी मौत हो गई थी. फायर की आवाज सुनकर आस पड़ोसी आए, तो दोनों बदमाश बाइक लेकर फरार हो गए. मामले में मुख्य आरोपी गोविंद सिंह सहित पंजाब के मोगा शहर निवासी रणजीत सिंह फरार चल रहे थे. इन दोनों पर आईजी रेंज की ओर से 35-35 हजार का इनाम रखा गया था.