जयपुर. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने जयपुर में 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश को दबोचा है. वह भांकरोटा थाना इलाके में फरारी काट रहा था. गिरफ्तार आरोपी के विरुद्ध चित्तौड़गढ़ जिले के आकोला थाने में अवैध मादक पदार्थ, अवैध शराब की तस्करी, मारपीट और संपत्ति संबंधी अपराध के 10 आपराधिक प्रकरण दर्ज है.
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और क्राइम एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी प्यारचन्द खटीक निवासी जोयड़ा बावड़ी थाना आकोला जिला चित्तौड़गढ़ को गिरफ्तार किया है. उस पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित था.आरोपी को पकड़कर चितौड़गढ़ जिले के थाना चंदेरिया से आए पुलिसकर्मियों को सुपुर्द कर दिया गया. आरोपी ने मण्डफिया के थानेदार यशवंत सोलंकी के साथ मिलीभगत कर एक टेंपो चालक को एनडीपीएस के मामले में फसाया था. टेंपो में 1 किलो 319 ग्राम एमडीएमए मौली पाउडर छुपाया था. एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि डीआईजी क्राइम योगेश यादव के निर्देशन में एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के सुपरविजन में गठित टीम के एएसआई बनवारी लाल की सूचना पर इंस्पेक्टर रविंद्र प्रताप सिंह ने यह कार्रवाई की.
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टेंपो चालक को फंसाया था: उन्होंने बताया कि गत वर्ष 27 अक्टूबर को चित्तौड़गढ़ जिले की मण्डफिया थाना पुलिस की टीम ने एक टेंपो को जब्त कर उसके चालक चित्तौड़गढ़ निवासी चालक भंवरलाल खटीक को गिरफ्तार किया था. टेंपो में कथित रूप से मक्की के कट्टों की आड़ में तस्करी की जा रही थी. उससे 1 किलो 319 ग्राम एमडीएमए मौली पाउडर जब्त किया गया था. इसके बाद भंवरलाल के परिजनों ने चित्तौड़गढ़ एसपी और उदयपुर रेंज आईजी को शिकायत दी थी कि इसे झूठे केस में फंसाया गया है.
थानेदार निलंबित हुआ था: इस मामले में मंडफिया के थानेदार यशवंत सोलंकी को निलंबित कर दिया गया था. जांच में पाया गया कि मण्डफिया एसएचओ यशवंत की हिस्ट्रीशीटर पोखर खटीक निवासी चिकारडा से मिलीभगत थी. पोखर खटीक फरियादी भंवरलाल का रिश्तेदार था. इसके बाद आरोपी पोखर खटीक और प्यार चन्द को फरार घोषित कर इनाम घोषित किया गया था.