जोधपुर: ब्यूटीशियन अनीता चौधरी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के पकड़े जाने के बाद अब इस मामले की परतें खुलने लगी हैं. हालांकि, पुलिस अभी खुलकर हत्या की वजह नहीं बता रही, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह बात साफ हो रही है कि गुलामुद्दीन ने अनीता की हत्या लूट के इरादे से ही की थी. आशंका जताई जा रही है कि उसने अनीता को शर्बत में डालकर कुछ पिलाया, जिसकी ओवरडोज से उसकी मौत हो गई. बाद में शव को ठिकाने लगाने के लिए गुलामुद्दीन ने उसके टुकड़े कर दफना दिया.
डीसीपी राजर्षिराज वर्मा ने शुक्रवार रात को बताया कि गुलामुद्दीन अपराधी किस्म का व्यक्ति है. वह पहले भी जहरखुरानी की वारदातों में लिप्त रहा है. डीसीपी के इस बयान से स्थिति साफ होती नजर आ रही है कि गुलामुद्दीन ने अनीता के जेवर व नकदी लूटने के लिए उसे कुछ ऐसा पिलाया था, जिससे वह बेहोश हो गई और वापस नहीं उठ सकी. यही बात गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा ने पुलिस को बताई थी. फिलहाल, पुलिस की आगे पूछताछ जारी है. उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात को जोधपुर पुलिस ने मुंबई सेंट्रल के पास से गुलामुद्दीन को पकड़ा था. इसे शुक्रवार रात को जोधपुर लाया गया.
आरोपी 7 दिन की पुलिस रिमांड पर : अनिता चौधरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने 7 दिन की रिमांड पर लिया है. सरदारपुरा थाना अधिकारी दिलीप सिंह ने अवकाश कालीन मजिस्ट्रेट के घर शनिवार को गुलामुद्दीन को पेश किया, जहां पुलिस ने हत्या से जुड़ी जांच करने के लिए रिमांड मांगा था. गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा 6 दिनों की पुलिस रिमांड पर चल रही है.
शातिर बदमाश है गुलामुद्दीन: अब तक की पड़ताल में सामने आया कि गुलामुद्दीन ने 27 अक्टूबर की रात को ही अनीता को कुछ पिलाया था. इसके बाद उसकी मौत हो गई. गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा को जानकारी थी कि वह उसके घर आई है, लेकिन वह अपने मायके चली गई थी. अनीता जब नहीं उठी तो गुलामुद्दीन ने शव के कड़े कर दिए. उससे पहले उसने जेसीबी चालक को बुलाकर गढ्ढा खुदवाया था. रात को उसने शव के टुकड़े कट्टों में भरकर उन्हें गड्ढे में दबा दिया था. उसके बाद आबिदा भी अपने घर पहुंच गई.
आबिदा ने बताई थी शव गाड़ने की बात: इस दौरान मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस जब गंगाणा स्थित गुलामुद्दीन के घर पहुंची तो उसकी पत्नी आबिदा ने शव गाड़ने की बात कही. इसके बाद तीस अक्टूबर की रात को शव बरामद किया गया. गुलामुद्दीन पेशे से ड्राइक्लिनर था. ऐसे में उसके पास कई केमिकल थे, जिससे उसने घर पर बिखरे खून को साफ कर दिया, ताकि खून का कतरा नहीं मिले. फिर भी पुलिस का दावा है कि उसे कई फोरेंसिक साक्ष्य मिले हैं.
पोस्टमार्टम में अभी गतिरोध बरकरार: अनीता के परिजनों की मुख्य मांग आरोपी गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी की थी. उसकी गिरफ्तारी के बाद भी उनकी तरफ से पोस्टमार्टम के लिए पहल नहीं हुई. अलबत्ता, शुक्रवार को परिजन और समाज के लोग रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल के पास चले गए. इसके बाद रात को पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल जोधपुर पहुंचे. उन्होंने एडीसीपी सुनील पंवार सहित अन्य के साथ वार्ता की. इसमें सीबीआई जांच, मुआवजा और डीसीपी को हटाने की मांग रखी गई. फिलहाल, इन बातों को लेकर गतिरोध बना हुआ है. इधर, शव का निस्तारण करने को लेकर पुलिस अब तक सात नोटिस परिजनों को दे चुकी है.