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अब वर्ष भर मिलेगा मवेशियों को चारा, नेपियर घास बनेगा सहारा! - लातेहार में नेपियर घास की खेती

Napier grass cultivation in Latehar. लातेहार में नेपियर घास की खेती से पशुओं को चारा लगातार मिलेगा. पशुपालकों में इसको लेकर उत्साह है. वहीं किसानों को इसकी खेती को लेकर जागरूक किया जा रहा है.

animals will get fodder over years from Napier grass cultivation in latehar
लातेहार में नेपियर घास की खेती से पशुओं को मिल रहा चारा
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 6, 2024, 2:21 PM IST

Updated : Feb 7, 2024, 12:41 PM IST

लातेहार में नेपियर ग्रास की खेती पर ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

लातेहारः जिला के पशुपालकों को अब अपने मवेशियों का चारा के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. लातेहार जिला भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. कई किसानों ने अपने खेतों में नेपियर घास लगा भी लिया है. इस घास की खासियत है कि यह सालों भर हरा भरा रहता है.

लातेहार के पशुपालक गर्मी के आगाज के साथ ही पशुओं के चारा को लेकर परेशान हो जाते हैं. खासकर वैसे पशुपालक जो अपने पशुओं का चारा के लिए खेतों और जंगलों निर्भर रहते हैं. ऐसा समय उनके लिए सबसे अधिक परेशानी हो जाती है. बरसात के बाद शीत ऋतु में पशुओं को खुले में चारा तो मिल भी जाता है. पर गर्मी के दिनों में जब खेत पूरी तरह सूखे रहते हैं तो चारा मिलना मुश्किल हो जाता है.

नेपियर घास बनेगा चारा का विकल्पः किसानों और पशुपालकों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए लातेहार भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने एक प्रयोग आरंभ किया है. विवेक मिश्रा के द्वारा किसानों और पशुपालकों को नेपियर घास के प्रति जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने पहले चरण में लगभग 35 गांव के चिन्हित किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति प्रेरित किया. इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने बताया कि नेपियर घास एक ऐसा घास है, जो खेत में एक बार लगाने के बाद कई बरस तक हरा भरा रहता है. उन्होंने कहा कि इसका उपयोग मुख्य रूप से पशु चारा के रूप में ही किया जाता है. नेपियर घास लगाने वाले पशुपालक और किसान को सालों भर आसानी से हरा चारा मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि लातेहार जिले में पहली बार किसान नेपियर घास लग रहे हैं. संभावना है कि जल्द ही अन्य किसान भी इसका लाभ उठाएंगे.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ग्रामीणों को मददः प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ग्रामीणों की आमदनी को बढ़ाने और मृदा और जल संरक्षण को लेकर किसानों को मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग का लक्ष्य की प्रगतिशील किसानों को आवश्यकता अनुसार विभागीय सहायता प्रदान कर कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाए. इसी उद्देश्य के तहत पशुपालकों की समस्या के समाधान के लिए नेपियर घास लगाने के प्रति किसानों और पशुपालकों को प्रेरित किया जा रहा है.

इसे भी पढे़ं- सारंडा से सतपुड़ा तक विकसित होगा ग्रास लैंड, पलामू टाइगर रिजर्व की पहल पर तैयार हो रहा है बाघों के लिए प्रेबेस

इसे भी पढ़ें- Cultivation of Lemon Grass: देवघर के किसानों का लेमन ग्रास की खेती से मोहभंग, विभागीय उदासीनता का भेंट चढ़ा प्लांट

इसे भी पढे़ं- बड़े काम की है ये घास, बंजर जमीन से भी करा दे मालामाल

लातेहार में नेपियर ग्रास की खेती पर ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

लातेहारः जिला के पशुपालकों को अब अपने मवेशियों का चारा के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. लातेहार जिला भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. कई किसानों ने अपने खेतों में नेपियर घास लगा भी लिया है. इस घास की खासियत है कि यह सालों भर हरा भरा रहता है.

लातेहार के पशुपालक गर्मी के आगाज के साथ ही पशुओं के चारा को लेकर परेशान हो जाते हैं. खासकर वैसे पशुपालक जो अपने पशुओं का चारा के लिए खेतों और जंगलों निर्भर रहते हैं. ऐसा समय उनके लिए सबसे अधिक परेशानी हो जाती है. बरसात के बाद शीत ऋतु में पशुओं को खुले में चारा तो मिल भी जाता है. पर गर्मी के दिनों में जब खेत पूरी तरह सूखे रहते हैं तो चारा मिलना मुश्किल हो जाता है.

नेपियर घास बनेगा चारा का विकल्पः किसानों और पशुपालकों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए लातेहार भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने एक प्रयोग आरंभ किया है. विवेक मिश्रा के द्वारा किसानों और पशुपालकों को नेपियर घास के प्रति जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने पहले चरण में लगभग 35 गांव के चिन्हित किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति प्रेरित किया. इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने बताया कि नेपियर घास एक ऐसा घास है, जो खेत में एक बार लगाने के बाद कई बरस तक हरा भरा रहता है. उन्होंने कहा कि इसका उपयोग मुख्य रूप से पशु चारा के रूप में ही किया जाता है. नेपियर घास लगाने वाले पशुपालक और किसान को सालों भर आसानी से हरा चारा मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि लातेहार जिले में पहली बार किसान नेपियर घास लग रहे हैं. संभावना है कि जल्द ही अन्य किसान भी इसका लाभ उठाएंगे.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ग्रामीणों को मददः प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ग्रामीणों की आमदनी को बढ़ाने और मृदा और जल संरक्षण को लेकर किसानों को मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग का लक्ष्य की प्रगतिशील किसानों को आवश्यकता अनुसार विभागीय सहायता प्रदान कर कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाए. इसी उद्देश्य के तहत पशुपालकों की समस्या के समाधान के लिए नेपियर घास लगाने के प्रति किसानों और पशुपालकों को प्रेरित किया जा रहा है.

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Last Updated : Feb 7, 2024, 12:41 PM IST
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