ETV Bharat / state

उत्तराखंड की सड़कों पर घूम रहे 27,000 आवारा पशु, पशुपालन मंत्री बोले लोगों को बदलनी होगी मानसिकता - Uttarakhand Animal Husbandry

uttarakhand stray animal problem उत्तराखंड में सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु लोगों के जी का जंजाल बने हुए हैं. ऐसे में पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आवारा पशुओं की समस्या पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग के बिना आवारा पशुओं की समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 28, 2024, 4:11 PM IST

उत्तराखंड की सड़कों पर घूम रहे 27,000 आवारा पशु

देहरादून: उत्तराखंड में आवारा पशुओं की समस्या वैसे तो कोई नई बात नहीं है, लेकिन पहली बार पशुपालन विभाग मामले में असहाय होता दिखाई दिया है. विधानसभा में उठे सवालों के बाद विभागीय मंत्री ने साफ किया है कि बिना आम लोगों के सहयोग के इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता. ऐसे में लोगों को ही अपनी मानसिकता बदलनी होगी.

27,000 आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे: उत्तराखंड में आवारा पशुओं की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. स्थिति यह है कि प्रदेश में अब 27,000 आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. इसके कारण यातायात की समस्या होने के साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही हैं. बड़ी परेशानी यह है कि राज्य में सरकार के पास इतनी गौशालाएं ही नहीं हैं कि इन निराश्रित पशुओं को रखा जा सके. हालांकि राज्य पशुपालन विभाग 70 नई गौशालाएं बनाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन इनके बनने के बाद भी इन सभी आवारा पशुओं को रखना नामुमकिन है.

पशुपालन मंत्री बोले लोगों की सोच मददगार: पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि ऐसी समस्या से निजात पाने के लिए केवल आम लोगों की मदद और उनकी सोच ही मददगार हो सकती है. पशुपालन विभाग ने अब तक करीब साढ़े तीन हजार आवारा पशुओं को गौशालाओं में भेजा है. इसके अलावा राज्य सरकार ने पहली बार इसके लिए पॉलिसी भी बनाई है. उन्होंने कहा कि 70 गौशालाओं में से 52 गौशालाओं की डीपीआर बनाई जा चुकी है. जिसके लिए 17 करोड़ रुपए स्वीकृत भी किए जा चुके हैं. इसके अलावा सभी आवारा पशुओं को गौशालाओं में रखना फिलहाल मुमकिन नहीं है. ऐसे में आम लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी, ताकि गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके.

ये भी पढ़ें-

उत्तराखंड की सड़कों पर घूम रहे 27,000 आवारा पशु

देहरादून: उत्तराखंड में आवारा पशुओं की समस्या वैसे तो कोई नई बात नहीं है, लेकिन पहली बार पशुपालन विभाग मामले में असहाय होता दिखाई दिया है. विधानसभा में उठे सवालों के बाद विभागीय मंत्री ने साफ किया है कि बिना आम लोगों के सहयोग के इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता. ऐसे में लोगों को ही अपनी मानसिकता बदलनी होगी.

27,000 आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे: उत्तराखंड में आवारा पशुओं की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. स्थिति यह है कि प्रदेश में अब 27,000 आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. इसके कारण यातायात की समस्या होने के साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही हैं. बड़ी परेशानी यह है कि राज्य में सरकार के पास इतनी गौशालाएं ही नहीं हैं कि इन निराश्रित पशुओं को रखा जा सके. हालांकि राज्य पशुपालन विभाग 70 नई गौशालाएं बनाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन इनके बनने के बाद भी इन सभी आवारा पशुओं को रखना नामुमकिन है.

पशुपालन मंत्री बोले लोगों की सोच मददगार: पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि ऐसी समस्या से निजात पाने के लिए केवल आम लोगों की मदद और उनकी सोच ही मददगार हो सकती है. पशुपालन विभाग ने अब तक करीब साढ़े तीन हजार आवारा पशुओं को गौशालाओं में भेजा है. इसके अलावा राज्य सरकार ने पहली बार इसके लिए पॉलिसी भी बनाई है. उन्होंने कहा कि 70 गौशालाओं में से 52 गौशालाओं की डीपीआर बनाई जा चुकी है. जिसके लिए 17 करोड़ रुपए स्वीकृत भी किए जा चुके हैं. इसके अलावा सभी आवारा पशुओं को गौशालाओं में रखना फिलहाल मुमकिन नहीं है. ऐसे में आम लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी, ताकि गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.