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अनदेखी का शिकार हो रहा पशुपालन व्यवसाय, हिमाचल में जल्द होने वाली है पशुधन की गणना - animal counting in Himachal

Animal counting start in Himachal: हिमाचल प्रदेश में इस साल पशुधन की गणना होगी. जिसमें पशुधन की विभिन्न नस्लों के आंकड़े एकत्रित कर डाटा तैयार किया जाएगा.

हिमाचल में होगी पशुओं की गणना
हिमाचल में होगी पशुओं की गणना (कॉन्सेप्ट इमेज)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 21, 2024, 7:01 PM IST

शिमला: कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने बुधवार को पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार एवं हिमाचल पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शिमला में आयोजित राज्यस्तरीय 21वीं पशुधन गणना पर आधारित समस्त जिला नोडल अधिकारियों के लिए सॉफ्टवेयर और क्षेत्रीय विशिष्ट नस्लों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण की अध्यक्षता की.

सॉफ्टवेयर की टीम ने जिला नोडल अधिकारियों एवं सुपरवाइजर को मोबाइल एप्लीकेशन एवं डैशबोर्ड पर प्रशिक्षण दिया. चन्द्र कुमार ने कहा यह प्रशिक्षण शिविर मोबाइल वेब एप्लीकेशन एवं डैशबोर्ड पर आधारित है, जिसमें पशुधन की विभिन्न नस्लें शामिल हैं.

यह गणना पूरे प्रदेशभर में सितंबर से दिसंबर 2024 तक की जाएगी. पशु पालन मंत्री ने कहा 21वीं पशुधन गणना प्रदेश के हर घर एवं गोशाला में की जाएगी ताकि गणना से पशुधन का परफेक्ट डाटा एवं विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो सके.

इस क्षेत्र में विकास के लिए प्रभावी नीतियों और योजनाओं का क्रियान्वयन तभी सुनिश्चित हो सकता है जब हमारे पास पशुधन से संबंधित सही आंकड़े उपलब्ध हों. मंत्री चंद्र कुमार ने कहा आज के दौर में कहीं न कहीं हमारी निर्भरता पशुधन पर कम हो गई है. गणना कार्यक्रम से हम इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो सके.

इस अवसर पर सचिव पशुपालन विभाग राकेश कंवर ने कहा "पशुधन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में पशुधन की संख्या, प्रजाति और नस्ल पर सही आंकड़े एकत्रित करना है ताकि भविष्य में यह आंकड़े नीति निर्धारण में सहायक सिद्ध हो सकें."

ये भी पढ़ें: हिमाचल में दो बच्चियों की हुई मौत, एक ही परिवार के 3 सदस्य खाना खाने के बाद पड़े बीमार

शिमला: कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने बुधवार को पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार एवं हिमाचल पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शिमला में आयोजित राज्यस्तरीय 21वीं पशुधन गणना पर आधारित समस्त जिला नोडल अधिकारियों के लिए सॉफ्टवेयर और क्षेत्रीय विशिष्ट नस्लों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण की अध्यक्षता की.

सॉफ्टवेयर की टीम ने जिला नोडल अधिकारियों एवं सुपरवाइजर को मोबाइल एप्लीकेशन एवं डैशबोर्ड पर प्रशिक्षण दिया. चन्द्र कुमार ने कहा यह प्रशिक्षण शिविर मोबाइल वेब एप्लीकेशन एवं डैशबोर्ड पर आधारित है, जिसमें पशुधन की विभिन्न नस्लें शामिल हैं.

यह गणना पूरे प्रदेशभर में सितंबर से दिसंबर 2024 तक की जाएगी. पशु पालन मंत्री ने कहा 21वीं पशुधन गणना प्रदेश के हर घर एवं गोशाला में की जाएगी ताकि गणना से पशुधन का परफेक्ट डाटा एवं विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो सके.

इस क्षेत्र में विकास के लिए प्रभावी नीतियों और योजनाओं का क्रियान्वयन तभी सुनिश्चित हो सकता है जब हमारे पास पशुधन से संबंधित सही आंकड़े उपलब्ध हों. मंत्री चंद्र कुमार ने कहा आज के दौर में कहीं न कहीं हमारी निर्भरता पशुधन पर कम हो गई है. गणना कार्यक्रम से हम इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो सके.

इस अवसर पर सचिव पशुपालन विभाग राकेश कंवर ने कहा "पशुधन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में पशुधन की संख्या, प्रजाति और नस्ल पर सही आंकड़े एकत्रित करना है ताकि भविष्य में यह आंकड़े नीति निर्धारण में सहायक सिद्ध हो सकें."

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