अजमेर. प्रदेश में एक ओर दूसरे चरण के मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं, दूसरी ओर अजमेर के पुष्कर विधानसभा क्षेत्र के बलवंता गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है. दरअसल, ये गांव राज्य के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यहां ग्रामीण पिछले लंबे समय से पेयजल की समस्या को लेकर लगातार आवाज बुलंद कर रहे हैं. बावजूद इसके किसी भी जिम्मेदार ने इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया. यही वजह है कि शुक्रवार को यहां ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया. इधर, मतदान बहिष्कार की सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुंचे, लेकिन ग्रामीण अपने रुख पर अडिग रहे. साथ ही ग्राणीणों की ओर से कहा गया कि जब तक बीसलपुर पाइपलाइन से गांव को नहीं जोड़ा जाएगा, तब तक वो मतदान नहीं करेंगे. वहीं, आज सुबह मतदान प्रक्रिया शुरू होने के बाद जब ग्रामीण मतदान केंद्र पर नहीं आए तो क्षेत्र के पुलिस, जलदाय विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को लगातार मनाने की कोशिश की. बावजूद इसके ग्रामीण अपने रुख पर अडिग रहे. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक वो किसी भी सूरत में मतदान नहीं करेंगे.
नाराज ग्रामीणों ने कही ये बात : स्थानीय ग्रामीण यशराज गुर्जर ने कहा कि गांव में पानी की भारी किल्लत है. बार-बार समस्या से संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया. इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. यही वजह है कि हमने मतदान का बहिष्कार किया है. वहीं, बहिष्कार की सूचना के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारी गांव आए. उन लोगों ने समझाइश की कोशिश की, लेकिन हमने भी उनसे यही कहा कि आप हमें पानी पिला दीजिए. हम वोट डाल देंगे. यशराज ने कहा कि इससे पहले भी पुलिस व प्रशासन के अधिकारी यहां आ चुके हैं, लेकिन हम अपनी मांगों पर अडिग हैं. उन्होंने कहा कि हमारे गांव से महज डेढ़ किलोमीटर के फासले से पानी जा रहा है. इसके बाद भी हमें सालों से पानी नहीं मिल पा रहा है. यही वजह है कि हमने पूरी तरह से इस बार मतदान का बहिष्कार कर दिया है.
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अधिकारियों ने दिया पानी पहुंचाने आश्वासन : वहीं, बीसलपुर पाइपलाइन के प्रोजेक्ट मैनेजर ओमकार मुंडेल ने कहा कि 64 गांवों की 150 करोड़ की योजना बनकर तैयार है. चुनाव के बाद हम टेंडर निकालकर प्राथमिकता पर यहां के काम को पूरा कराएंगे. इधर, जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता नरेंद्र सिंह ने कहा कि दो से चार दिन के भीतर गांव में पानी की व्यवस्था करा दी जाएगी. साथ ही गांव में टंकी के जरिए घर-घर पानी की सप्लाई की जाएगी. इसकी स्वीकृति पहले से ही मिल चुकी है. इसके अलावा इसे नसीराबाद प्रोजेक्ट में भी शामिल किया गया है. हालांकि, इस प्रोजेक्ट का काम अभी शुरू नहीं हुआ है. बावजूद इसके हम यहां के काम को प्राथमिकता के आधार पर कराने का प्रयास करेंगे. इसके इतर अलग से भी गांव में पानी की पाइपलाइन बिछाने का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजेंगे.
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हालांकि, इससे पहले गत 10 मार्च को यहां के ग्रामीणों ने राज्य के जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी को ज्ञापन सौंप कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था. साथ ही जाटिया बलवंता गांव में पाइपलाइन बिछवाने की मांग की थी, जिस पर मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया था कि वो उनकी समस्या के निराकरण के लिए शीघ्र कुछ करेंगे. इधर, आश्वासन के बाद भी समस्या का समाधान न होने की सूरत में नाराज ग्रामीणों ने आखिरकार मतदान बहिष्कार किया.
अजमेर लोकसभा सीट का हिस्सा है ये गांव : गौर हो कि बलवंता गांव पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है और यहां से सुरेश सिंह रावत विधायक हैं, जो वर्तमान में राज्य सरकार में जल संसाधन मंत्री हैं. इसके बाद भी उन्हीं के क्षेत्र में ऐसी स्थिति है. वहीं, ये इलाका अजमेर लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस सीट पर भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा है तो वहीं, कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी पर दांव चला है. सीट के मौजूदा समीकरणों की बात करें यहां कांटे की टक्कर हैं.