बलरामपुर: रामानुजगंज में हुई धान खरीदी और करोड़ों के घोटाले का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है.इस मामले में सरगुजा कमिश्नर प्रभारी तहसीलदार को निलंबित कर चुके हैं. अब इसमें शामिल पटवारियों को भी घेर में लिया जा रहा है. जिसके खिलाफ पटवारी संघ खड़े हो गया है.
पटवारियों ने लगाया बेवजह फंसाने का आरोप: पटवारियों का आरोप है कि उनको बेवजह फंसाने की साजिश रची जा रही है. नाराज पटवारी अपनी मांगें मनवाने के लिए छह दिनों से धरने पर बैठे हैं. आंदोलन में शामिल कर्मचारियों का कहना है कि जांच के नाम पर जो गलत रिपोर्ट बनाई गई है उसे वापस लिया जाए. जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक वो आंदोलन जारी रखेंगे.
जांच अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप: धान खरीदी में हुई करोड़ों के घोटाले के लिए प्रशासन ने शशि चौधरी को जांच अधिकारी बनाया है. पटवारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेष मेहता ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी शशि चौधरी पटवारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे हैं. धान खरीदी में जो भी गड़बड़ी हुई वो तहसीलदार की आईडी से हुई है. आईडी किसी और की इस्तेमाल हुई और उसकी सजा हमें दी जा रही है. राजपुर एसडीएम रहते हुए शशि चौधरी ने महिला पटवारी से दुर्व्यवहार किया था जिसकी शिकायत भी राज्य महिला आयोग से हुई थी.
राजपुर एसडीएम रहते हुए उन्होंने महिला पटवारियों के साथ दुर्व्यवहार किया है. इस तरह की कार्रवाई कर मानसिक प्रताड़ना की कोशिश की जा रही है- बीना भगत, महिला पटवारी
क्यों नाराज हैं पटवारी?: पटवारी इस बात से नाराज हैं कि धान खरीदी के दौरान करोड़ों रुपए का घोटाला पकड़ा गया. पटवारियों का आरोप है कि जिसने घोटाला किया उसे नहीं पकड़कर उनको फंसाया जा रहा है. जांच अधिकारी शशि चौधरी पर पटवारियों ने आरोप लगाया है कि वो गलत रिपोर्ट बनाकर उनको प्रताड़ित करना चाहते हैं. धरने पर बैठे पटवारी संघ के सदस्यों की शिकायत है कि जांच अधिकारी बेवजह उनसे दुश्मनी निकाल रहे हैं. पूर्व में भी जांच आधिकारी पर गलत व्यहार करने का आरोप महिला पटवारी बीना भगत ने लगाया है.