धमतरी : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मानदेय और पर्यवेक्षक भर्ती समेत अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. 8 नवम्बर को सभी जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेंगे.
मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर खोला मोर्चा : धमतरी जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका अपनी 4 सूत्रीय मांगों के लिए एक दिवसीय ध्यानाकर्षण प्रदर्शन करने जा रहे हैं. 8 नवम्बर को धमतरी शहर के गांधी मैदान में एक दिवसीय प्रदर्शन किया जाएगा. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब उनका काम और बढ़ गया है. काम के हिसाब से उतना मानदेय नहीं मिलता है.
छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ के आह्वान पर अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर 8 नवम्बर को एक दिवसीय ध्यानाकर्षण धरना प्रदर्शन गांधी मैदान में किया जाएगा. : रेवती वत्सल, जिला अध्यक्ष, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की चार प्रमुख मांग :
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करते तक 21 हजार रुपए मानदेय दिया जाए या प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी किया जाए.
- छत्तीसगढ़ में तत्काल पर्यवेक्षक भर्ती निकाली जाए.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को योग्यता के आधार पर शत प्रतिशत पर्यवेक्षक पद पर भर्ती किया जाए या आयु सीमा की छूट देते हुए 45 वर्ष से ऊपर वालों को विशेष अंक दिया जाए और विभाग द्वारा परीक्षा ली जाए.
- आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय से 80 प्रतिशत वृद्धि कर दी जाए. कार्यकर्ता पद पर सहायिकाओं को शत प्रतिशत पदोन्नति दिया जाए, आयु सीमा का बंधन हटाया जाए और भर्ती नियम में संशोधन किया जाए. कार्यकर्ता व सहायिका को सेवा समाप्ति के बाद 10 लाख एकमुश्त राशि दी जाए.
कांग्रेस सरकार को झेलनी पड़ी थी नाराजगी : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने आंदोलन किया था. जिसके बाद कांग्रेस सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की कुछ मांगों को पूरा करते हुए मानदेय में बढ़ोतरी की थी. लेकिन अन्य सभी मांगों को पूरा नहीं करने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भारी नाराजगी कांग्रेस सरकार को झेलनी पड़ी.