बिलासपुर : छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी सहायिका संघ ने शुक्रवार को रैली निकाली. जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कलेक्ट्रोरेट का घेराव किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 6 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग की. इस प्रदर्शन में जिले भर से आईं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने हिस्सा लिया. आंगनबाड़ी सहायिका संघ के मुताबिक उनकी 6 सूत्रीय मांगें हैं. जिसमें वेतन बढ़ाने, पेंशन ग्रेज्यूटी, कार्यकर्ता को सुपरवाइजर और सहायिका को कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नति के साथ आकस्मिक मृत्यु होने पर अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग है.
केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि पिछली सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी मांगें पूरी की जाएगी. वादा भी पूरा हुआ. लेकिन अब आंगनबाड़ी संघ केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है. जिसमें केंद्र सरकार के मानदेय में बढ़ोतरी की मांग की गई है.इसलिए केंद्र सरकार से मांगें मनवाने के लिए आंदोलन किया जा रहा है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मुताबिक वो लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही. इसलिए कलेक्टर के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार के नाम मांग पत्र सौंपा गया है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी : प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी सहायिकाओं ने मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. जिले भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इस आंदोलन में शामिल होकर एक साथ आवाज उठाई है. आंगनबाड़ी सहायिकाओं की मान तो जितना मानदेय मिल रहा है उसमें परिवार चलाना मुश्किल है.
''सुबह से लेकर शाम तक ड्यूटी करते हैं. कम मानदेय की वजह से परिवार में आजीविका चलाना मुश्किल है. महंगाई इतनी बढ़ गई है कि अब ज्यादा मानदेय की आवश्यकता है. जिसमें परिवार और बच्चों का भविष्य बन सके.'' भारती मिश्रा, जिलाध्यक्ष, आंगनबाड़ी सहायिका संघ
मानदेय बढ़ाने की फिर से हुई मांग : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन और आंदोलन केंद्र सरकार के खिलाफ है. आंगनबाड़ी सहायिकाओं की माने तो वेतन संबंधी विषय में कई बार मांग कर चुके हैं. इसके पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने रायपुर में धरना प्रदर्शन किया था. जिसके बाद राज्य सरकार ने उनकी मांगें पूरी की.लेकिन केंद्र ने उनकी मांगें पूरी नहीं की है.