दुर्ग : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी वकील के रोल में दुर्ग कोर्ट में नजर आए. दरअसल अमित जोगी के खिलाफ कोर्ट में परिवादवाद दायर हुआ है. इसलिए उन्होंने कोर्ट में पहुंचकर खुद ही अपनी पैरवी की.आईए जानते हैं आखिर क्यों जूनियर जोगी को काला कोट पहनकर कोट में आना पड़ा.
कोर्ट में डबल रोल : अमित जोगी अपने खिलाफ दायर किए गए परिवारवाद को लेकर दुर्ग अदालत में उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने बताया कि वो 12 साल बाद काला कोर्ट पहनकर कोर्ट में हाजिर हुए हैं.अमित जोगी ने बताया कि उन्हें पिछले दिनों न्यायालय से आदेश मिला था कि उन्हें उपस्थित होना है.
''मैं न्यायालय का सम्मान करते हुए यहां पहुंचा हूं. यहां पहुंचने पर मुझे पता चला कि मेरे विरुद्ध किसी ने परिवारवाद दायर किया है. जब मैंने दस्तावेज देखे तो यह पाया कि फर्जी तरीके से मेरे विरुद्ध एक परिवारवाद दायर किया गया है. माननीय न्यायालय को मैंने वास्तविक स्थितियों से अवगत कराया कि पांच लाख की रकम का चेक बाउंस का केस है. चूंकि प्रकरण छल पूर्वक किया गया है. मुझको और मेरे साथियों को प्रताड़ित करने की नीयत से परिवारवाद दायर किया गया. इसलिए मैं यह मामला मैं खुद लड़ रहा हूं.''- अमित जोगी, वकील
परिवारवाद दायर करने वाले पर भड़के जोगी : अमित जोगी ने कोर्ट को बताया कि जिसने उनके विरुद्ध नोटिस जारी करवाया,वो खुद गायब है. उसने न्यायालय का और उनका दोनों का वक्त बर्बाद किया.ऐसे लोगों ने देश की न्याय प्रक्रिया का मजाक बनाया है.इसलिए उनको सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
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