ETV Bharat / state

एंबुलेंस चालकों ने घेरा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आवास, बोले- पूरा नहीं किया वादा

प्रदर्शनकारियों ने कहा- कोरोना के दौरान दी नौकरी, अब निकाला जा रहा

एंबुलेंस चालकों ने घेरा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आवास.
एंबुलेंस चालकों ने घेरा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आवास. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 15, 2024, 12:20 PM IST

लखनऊ : एंबुलेंस चालकों ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के आवास का घेराव किया है. इस दौरान एंबुलेंस चालकों ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. एंबुलेंस चालकों का कहना है कि कुछ समय पहले भी सभी ने मिलकर प्रदर्शन किया था. उस समय डिप्टी सीएम ने एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का वादा किया, लेकिन, अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करती रही. सभी को ईको गार्डन भेजा गया.

प्रदर्शनकारी एंबुलेंस चालकों का कहना है कि कोरोना के समय नौकरी दी गई. उस समय कई कर्मचारियों ने अपनी जान भी गंवाई, लेकिन अब नौकरी से निकाला जा रहा है. इसीलिए जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108-102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस चालकों ने निजी कंपनी के खिलाफ नौकरी से निकालने, शारीरिक, मानसिक शोषण करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

एंबुलेंस चालक राहुल कुमार ने बताया कि वह इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. परिवार में वहीं एकलौते कमाने वाले हैं. इस समय घर परिवार में वर्तमान समस्याएं हैं. बच्चों को पढ़ाना है, घर का खर्चा है लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मानसिक तौर पर इतना तनाव है. हर बार हमें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है.

इधर चालकों के प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस उन्हें रोकती रही. बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को ईको गार्डेन ले जाया गया. प्रदर्शन कर रहे चालकों का कहना था मांगें पूरी होने तक वे रुकेंगे नहीं.

यह भी पढ़ें : जिला अस्पतालों से दूर होगी डॉक्टरों की कमी, रेजीडेंट भी देंगे सेवाएं - shortage of doctors in UP

लखनऊ : एंबुलेंस चालकों ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के आवास का घेराव किया है. इस दौरान एंबुलेंस चालकों ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. एंबुलेंस चालकों का कहना है कि कुछ समय पहले भी सभी ने मिलकर प्रदर्शन किया था. उस समय डिप्टी सीएम ने एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का वादा किया, लेकिन, अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करती रही. सभी को ईको गार्डन भेजा गया.

प्रदर्शनकारी एंबुलेंस चालकों का कहना है कि कोरोना के समय नौकरी दी गई. उस समय कई कर्मचारियों ने अपनी जान भी गंवाई, लेकिन अब नौकरी से निकाला जा रहा है. इसीलिए जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108-102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस चालकों ने निजी कंपनी के खिलाफ नौकरी से निकालने, शारीरिक, मानसिक शोषण करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

एंबुलेंस चालक राहुल कुमार ने बताया कि वह इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. परिवार में वहीं एकलौते कमाने वाले हैं. इस समय घर परिवार में वर्तमान समस्याएं हैं. बच्चों को पढ़ाना है, घर का खर्चा है लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मानसिक तौर पर इतना तनाव है. हर बार हमें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है.

इधर चालकों के प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस उन्हें रोकती रही. बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को ईको गार्डेन ले जाया गया. प्रदर्शन कर रहे चालकों का कहना था मांगें पूरी होने तक वे रुकेंगे नहीं.

यह भी पढ़ें : जिला अस्पतालों से दूर होगी डॉक्टरों की कमी, रेजीडेंट भी देंगे सेवाएं - shortage of doctors in UP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.