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बेजुबानों की सेवा में 15 सालों से समर्पित है अलवर की यह संस्था, अब तक बांट चुकी है 8 हजार से ज्यादा परिंडे - Alwar Sahyog Seva Sansthan

Water For Voiceless Creatures, अलवर की एक संस्था जो सालों से जीव सेवा कर रही है. भीषण गर्मी में बेजुबान जीवों की सेवा के लिए अब तक 8 हजार से ज्यादा परिंडे वितरित किए जा चुके हैं. पढ़िए ये रिपोर्ट...

Alwar Sahyog Seva Sansthan
Alwar Sahyog Seva Sansthan (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 28, 2024, 6:20 AM IST

बेजुबानों की सेवा में समर्पित है अलवर की यह संस्था (ETV Bharat Alwar)

अलवर. नौतपा की शुरुआत की साथ ही प्रदेशभर में भीषण गर्मी दौर बना हुआ है. हीटवेव के कारण गर्मी इतनी भयंकर है कि आम जन जीवन के साथ ही बेजुबान पशु-पक्षी भी परेशान हैं. इधर, राजस्थान के अलवर में भीषण गर्मी में पानी का भी संकट बना हुआ है. पानी के इस संकट से आमजन ही नहीं बेजुबान परिंदे भी परेशान हैं. अलवर में जीव सेवा को समर्पित एक संस्था ऐसी है, जो पिछले 15 सालों से मूक जीवों की सेवा के लिए जुटी हुई है. सहयोग सेवा संस्थान की ओर से बीते डेढ़ दशक से जीव सेवा के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें संस्था की ओर से लोगों को निःशुल्क परिंडे और दाना पानी दिया जा रहा है. संस्थान की ओर से अब तक 8 हजार से ज्यादा परिंडे अलवर शहर में वितरित भी किए जा चुके हैं.

परिंडे का वितरण किए जाते हैं : अलवर के सहयोग सेवा संस्थान की सदस्य प्रमिला गुप्ता ने बताया कि इन दिनों अलवर में भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में बेजुबान पशु-पक्षी दाना-पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. भीषण गर्मी के इस दौर में संस्थान की ओर से पक्षियों की सेवा के लिए परिंड़े बांधे जा रहे हैं. इसका मेन मकसद यह है कि कोई भी पक्षी प्यास के चलते काल का ग्रास न बने. इसके लिए समय-समय पर हमारी संस्थान की ओर से परिंडे का वितरण भी अलग जगह पर किया जाता है, जिससे पक्षियों को गर्मी के मौसम में पीने का पानी आसानी से उपलब्ध हो सके.

पढ़ें. बेजुबान पक्षियों के प्रति सीएम भजनलाल की संवेदनशीलता, पक्षियों के लिए बांधें परिंडे... खिलाया दाना

जीव रक्षा के लिए करते हैं लोगों से समझाइश : प्रमिला गुप्ता का कहना है कि मानव तो फिर भी पानी का संग्रहण कर रख लेता है, लेकिन पशु पक्षियों को तपती गर्मी में पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. ऐसे में हमारी संस्था लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें, इसलिए समय-समय पर लोगों को जागरूक करने का भी कार्य करती है. इस कार्य में सहयोग सेवा संस्थान पिछले 15 वर्षों से जुटी हुई है. अब तक हमारी संस्था की ओर से 8000 से ज्यादा परिंडे लोगों को दिया जा चुके हैं.

लोगों को संस्था दिलाती है शपथ : संस्थान की ओर से लोगों को निःशुल्क परिंडे भी वितरित किए जाते हैं ताकि लोग अपने घरों व पार्कों के आसपास परिंडे में पानी भरकर रख सकें. इससे आसपास के पशु-पक्षी प्यास से बेहाल नहीं होंगे. व्यक्तियों को इन परिंडों में प्रतिदिन पानी भरने का संकल्प भी दिलाया गया है. अलवर शहर में भीषण गर्मी में वन्यजीवों को भी पानी की कमी होने लगी है. इसी के चलते वन्य जीव अब जंगलों से निकलकर पानी की तलाश में भटकते हुए शहर में आबादी क्षेत्र सागर, मूसी महारानी की छतरी, जगन्नाथ मंदिर, त्रिपोलिया मंदिर तक देखें जा रहें हैं.

बेजुबानों की सेवा में समर्पित है अलवर की यह संस्था (ETV Bharat Alwar)

अलवर. नौतपा की शुरुआत की साथ ही प्रदेशभर में भीषण गर्मी दौर बना हुआ है. हीटवेव के कारण गर्मी इतनी भयंकर है कि आम जन जीवन के साथ ही बेजुबान पशु-पक्षी भी परेशान हैं. इधर, राजस्थान के अलवर में भीषण गर्मी में पानी का भी संकट बना हुआ है. पानी के इस संकट से आमजन ही नहीं बेजुबान परिंदे भी परेशान हैं. अलवर में जीव सेवा को समर्पित एक संस्था ऐसी है, जो पिछले 15 सालों से मूक जीवों की सेवा के लिए जुटी हुई है. सहयोग सेवा संस्थान की ओर से बीते डेढ़ दशक से जीव सेवा के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें संस्था की ओर से लोगों को निःशुल्क परिंडे और दाना पानी दिया जा रहा है. संस्थान की ओर से अब तक 8 हजार से ज्यादा परिंडे अलवर शहर में वितरित भी किए जा चुके हैं.

परिंडे का वितरण किए जाते हैं : अलवर के सहयोग सेवा संस्थान की सदस्य प्रमिला गुप्ता ने बताया कि इन दिनों अलवर में भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में बेजुबान पशु-पक्षी दाना-पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. भीषण गर्मी के इस दौर में संस्थान की ओर से पक्षियों की सेवा के लिए परिंड़े बांधे जा रहे हैं. इसका मेन मकसद यह है कि कोई भी पक्षी प्यास के चलते काल का ग्रास न बने. इसके लिए समय-समय पर हमारी संस्थान की ओर से परिंडे का वितरण भी अलग जगह पर किया जाता है, जिससे पक्षियों को गर्मी के मौसम में पीने का पानी आसानी से उपलब्ध हो सके.

पढ़ें. बेजुबान पक्षियों के प्रति सीएम भजनलाल की संवेदनशीलता, पक्षियों के लिए बांधें परिंडे... खिलाया दाना

जीव रक्षा के लिए करते हैं लोगों से समझाइश : प्रमिला गुप्ता का कहना है कि मानव तो फिर भी पानी का संग्रहण कर रख लेता है, लेकिन पशु पक्षियों को तपती गर्मी में पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. ऐसे में हमारी संस्था लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें, इसलिए समय-समय पर लोगों को जागरूक करने का भी कार्य करती है. इस कार्य में सहयोग सेवा संस्थान पिछले 15 वर्षों से जुटी हुई है. अब तक हमारी संस्था की ओर से 8000 से ज्यादा परिंडे लोगों को दिया जा चुके हैं.

लोगों को संस्था दिलाती है शपथ : संस्थान की ओर से लोगों को निःशुल्क परिंडे भी वितरित किए जाते हैं ताकि लोग अपने घरों व पार्कों के आसपास परिंडे में पानी भरकर रख सकें. इससे आसपास के पशु-पक्षी प्यास से बेहाल नहीं होंगे. व्यक्तियों को इन परिंडों में प्रतिदिन पानी भरने का संकल्प भी दिलाया गया है. अलवर शहर में भीषण गर्मी में वन्यजीवों को भी पानी की कमी होने लगी है. इसी के चलते वन्य जीव अब जंगलों से निकलकर पानी की तलाश में भटकते हुए शहर में आबादी क्षेत्र सागर, मूसी महारानी की छतरी, जगन्नाथ मंदिर, त्रिपोलिया मंदिर तक देखें जा रहें हैं.

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