जयपुर: कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सोमवार को जयपुर आईं. यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, मैंने सोशल मीडिया पर चार शब्द क्या लिख दिए, भाजपा में हड़कंप मच गया और स्पष्टीकरण दिया जा रहा है. जब आरोप ही नहीं लगा तो स्पष्टीकरण क्यों दिया जा रहा है. बता दें कि भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और सुप्रिया श्रीनेत पर चरित्रहनन करने का आरोप लगाया था.
मीडिया से बातचीत में सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह कौन सा उड़ता तीर है, जो भाजपा पकड़ रही है. मुझे पता नहीं. मैंने तो किसी का नाम नहीं लिया तो क्लीन चिट किसे दी जा रही है. क्या यह चोर की दाढ़ी में तिनका नहीं है. मैंने बिना किसी का नाम लिए चार शब्द लिख दिए. भाजपा में उन चार शब्दों से हड़कंप मत जाता है. क्यों मच जाता है? मुझे तो इसका अंदाजा नहीं है. इसका मतलब है कि वह खुद कुछ कंकाल ऐसे लेकर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि आरोप क्या लगाया है, मैंने केवल चार-पांच शब्द लिखे हैं. इधर से स्पष्टीकरण दिया जा रहा है. जब आरोप ही नहीं लगा तो स्पष्टीकरण क्यों दिया जा रहा है. मैंने कहां कहा- बिलो द बेल्ट.
राजस्थान की याद आई और लिख दिया : सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मैं जयपुर या दिल्ली शहर लिख दूं तो कोई वार किया क्या? मैंने चार शब्द लिखे तो भाजपा को क्यों लगता है कि उनके साथ ऐसा हुआ. मेरे मन में आया रशिया-यूक्रेन का युद्ध चल रहा है. दिल्ली में रहती हूं. ऑफिस जाते हुए रोज ली मेरिडियन देखती हूं. वहां पर किस तरीके के किस्से कहानी हो रहे हैं. इसलिए मुझे राजस्थान की याद आई और मैंने यह लिख दिया. उन्होंने कहा कि मीडिया खोज करे तो ज्यादा बड़ी कहानी पता चलेगी.
हरियाणा में एग्जिट पोल से ज्यादा सीटें आएंगी : जम्मू-कश्मीर हो, हरियाणा हो या आने वाले समय में महाराष्ट्र और झारखंड का चुनाव हो. मुद्दे कोई देश से अलग नहीं हैं. बेरोजगारी, 10 साल का भाजपा शासन का जंगलराज, किसान-पहलवान, युवाओं की अवहेलना की गई. यह सब मुद्दे हैं. हरियाणा के लोग त्रस्त हो चुके थे. लोगों को आशा थी कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो नौकरियां भी आएंगी और निवेश भी आएगा. एग्जिट पोल भी यही दिखा रहा है. परिणाम एग्जिट पोल से भी ज्यादा कांग्रेस के पक्ष में आएगा.
BJP
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 3, 2024
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Rajasthan
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5 विधायकों की बैकडोर एंट्री भाजपा का डर : जम्मू-कश्मीर में विधायकों के मनोनयन पर उन्होंने कहा कि जब भाजपा हारती है तो इस तरह के हथकंडे अपनाती है. भाजपा जम्मू-कश्मीर में चुनाव हारने वाली है. इसकी बैकडोर एंट्री के जरिए पांच सदस्यों को नॉमिनेट किया जा रहा है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. एक आर्मी मेजर को एसएसपी बनाया जा रहा है. यह उनका डर दिखाता है. यह डर अच्छा है. लोकतंत्र में जनता का डर बना रहना चाहिए. भाजपा को जनता हर बार सबक सिखा रही है.
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हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के बाद आगे महाराष्ट्र और झारखंड में भी जनता भाजपा को सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी सीट जम्मू-कश्मीर में काफी ज्यादा आ रही है. इसलिए भाजपा के पांच विधानसभा नॉमिनेट करने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. यह देश देख रहा है कि लोकतंत्र की अवहेलना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किन-किन पैंतरों का सहारा लेने के लिए तैयार हैं. इन्होंने जो पांच विधायकों की बैकडोर एंट्री करवाई है. वह लोकतंत्र में गलत है. उसकी निंदा करते हैं.