डीडवाना: जिला प्रशासन द्वारा कस्टोडियन जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कर उन्हें सरकारी संरक्षण में लेने के बहुचर्चित मामले में अब अखिल भारतीय किसान सभा ने महापड़ाव की चेतावनी दी है. किसान सभा ने बड़े आंदोलन का ऐलान किया है. किसान सभा ने प्रशासन की इस कार्रवाई को किसानों के साथ अत्याचार और उन्हें खातेदारी जमीनों से बेदखल करने का आरोप लगाते हुए 10 दिसंबर को डीडवाना जिला कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव की चेतावनी दी है.
किसान सभा के नेता भागीरथ यादव ने बताया कि डीडवाना जिला प्रशासन मनमर्जी से किसानों की पुस्तैनी जमीनों को हड़प रहा है. जबकि इन जमीनों पर आजादी से पूर्व और आजादी के बाद से सभी वर्गों के किसान खेती करते आ रहे हैं, लेकिन प्रशासन अब उन्हें कस्टोडियन की जमीन बताकर हड़पना चाहता है. इसलिए अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसानों को उनकी जमीनों से बेदखल किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि सरकार को करना तो यह चाहिए था कि वह काश्तकार को इन जमीनों का मालिकाना हक दे, लेकिन जिला प्रशासन किसानों को हक न देकर उनकी जमीन छिनना चाहता है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यादव ने कहा कि इस संबंध में किसान सभा के द्वारा जिले के गांवों में जाकर किसानों से जनसंपर्क किया जा रहा है और उन्हें महापड़ाव में शामिल होने का आह्वान किया गया है.