अलीराजपुर। आदिवासी बाहुल्य जिले अलीराजपुर में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. घटना शुक्रवार की बताई जा रही है. इस मामले में रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि कलेक्टर से लेकर बीजेपी के किसी जनप्रतिनिधि ने इस परिवार से मिलना जरुरी नहीं समझा. इधर पुलिस ने दोनों नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है.
'आरोपियों के तोड़े जाएं मकान'
जीतू पटवारी ने पीड़ित परिवार से रविवार को मुलाकात की और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. इस दौरान पीड़ित की दादी का आक्रोश देखने मिला. पीड़ित की दादी ने जीतू पटवारी से गुहार लगाई कि आरोपियों के मकान तोड़े जाएं और उन्हें कड़ी सजा दी जाए जिससे वे जेल के बाहर नहीं आ पाएं.
मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल
अलीराजपुर दुष्कर्म मामले में एक आरोपी कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान का रिश्तेदार बताया जा रहा है. इसके चलते मामला राजनीतिक तूल पकड़ता नजर आ रहा है. पीड़ित परिवार को जीतू पटवारी ने आश्वासन देते हुए कहा कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि "अलीराजपुर में राजनीतिक पद का दुरुपयोग हो रहा है. मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कुछ शर्म हो तो अपने मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए सरकार पर कई सवाल उठाए."
दो नाबालिगों को पकड़ा
जोबट एसडीओपी नीरज नामदेव ने बताया कि "घटना शुक्रवार सुबह 4 बजे की है. शादी में आई तीन लड़कियां बाथरूम के लिए विवाह स्थल से कुछ दूर एकांत पर गई हुई थीं. इसी दौरान यहां पहले से मौजूद दो युवकों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की. जिसमें दो लड़कियां तो बच कर निकल गई लेकिन एक पीड़िता भाग नहीं पाई, जिसके बाद दोनों किशोर लड़कों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. थाना जोबट में पास्को एक्ट के तहत कई धाराओं में प्रकरण दर्जकर दोनों नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है."