पटनाः मणिपुर में भड़की हिंसा के बीच राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है. भाजपा की एन.बीरेन सिंह सरकार से सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने समर्थन वापस ले लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर समर्थन वापसी की घोषणा की. बिहार में भी भाजपा गठबंधन की सरकार है तो मणिपुर के राजनीतिक घटनाक्रम से यहां का भी राजनीतिक माहौल गरमा गया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है.
कांग्रेस का भाजपा पर हमलाः कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से मणिपुर में एनपीपी ने भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ा है, उस से स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ किसी अन्य पार्टी का गठबंधन नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी भारतीय जनता पार्टी से नीतीश कुमार परेशान है. अखिलेश सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जो गठबंधन धर्म नहीं निभाती है, यह बात पूरे देश में देखा है.
"भाजपा महाराष्ट्र में पहले किसके साथ थी और किसके साथ चली गयी. किस तरह से गठबंधन धर्म को उन्होंने निभाया यह भी जनता ने देखा है. मणिपुर में जो कुछ हुआ है यह भी जनता देख रही है. बिहार में नीतीश कुमार किस तरह से भाजपा के साथ गठबंधन करके परेशान हैं, यह भी जनता देख रही है."- अखिलेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
बिहार उपचुनाव में जीत का दावाः एक सवाल के जवाब में अखिलेश सिंह ने दावा किया कि बिहार की सभी सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार की जीत होगी. साथ ही झारखंड में भी जानता फिर से इंडिया ब्लॉक की सरकार पर ही मुहर लगाने जा रही है. जब उनसे सवाल किया गया कि बिहार में शिक्षक स्थानांतरण का शिक्षक संघ के लोग विरोध कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गयी है. शिक्षक परेशान हैं और सरकार की जो नीति है वह गलत है.
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