पटनाः तेजस्वी यादव के बाद अब बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. इन्होंने सीएम नीतीश कुमार के द्वारा लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक पर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने सवाल भी उठाया है. कहा कि इससे समझ सकते हैं कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की क्या स्थिति है?
'अधिकारी के चंगुल में फंस गए नीतीश कुमार': अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा नीतीश कुमार ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो बिना डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी के कानून व्यवस्था पर बैठक कर लेते हैं. इससे पता चलता है कि किस तरह नीतीश कुमार सरकार चला रहे हैं. किस तरह से नीतीश कुमार कुछ चहेते अफसर के चंगुल में फंसे हुए हैं. कहा कि स्थिति अब यह बन गई है कि प्रशासन में बैठे हुए बड़े अधिकारियों से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई सलाह मशविरा भी नहीं करते हैं.
"बिना डीजीपी और बिना मुख्य सचिव के अगर लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा होती है तो यह बड़ा हास्यास्पद है. पूरी पुलिस की जिम्मेदारी डीजीपी पर और प्रशासन की जिम्मेदारी चीफ सेक्रेरेटरी पर है. जब यही लोग बैठक में उपस्थित नहीं होंगे तो समझ सकते हैं कि क्या हो रहा है? बिहार भगवान भरोसे चल रहा है." -अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
'बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त': अखिलेश सिंह रविवार को मीडिया से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार को नीतीश कुमार के चहते अधिकारी चला रहे हैं. वे जैसा कहते हैं नीतीश कुमार वैसा ही करते हैं. यही कारण है कि बिहार की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. आए दिन अपराध हो रहे हैं लेकिन और अपराधी पकड़े नहीं जा रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने भी साधा निशानाः बता दें कि तेजस्वी यादव ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था. सीएम नीतीश कुमार की बैठक के संबंध में ट्वीट के जरिए निशाना साधा था. कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भी कानून व्यवस्था की बैठक को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. कहा है कि बिहार में यह कैसी सरकार है कि बिना डीजीपी और बिना चीफ सेक्रेटरी के ही कानून व्यवस्था की बैठक हो जाती है.
कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री हर बार उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करने की सिर्फ औपचारिकता पूरी करते है। नीतीश जी का इक़बाल यह है कि प्रदेश में ऐसी प्रत्येक समीक्षा बैठक के बाद अपराध में और अधिक वृद्धि होती है क्योंकि अधिकारी एवं अपराधी भी ऐसी आडंबरपूर्ण बैठकों की असलियत जानते है।… pic.twitter.com/YUFJ8KEA3U
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 22, 2024
क्या है मामला? बता दें कि 21 सितंबर को सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की गयी. इस दौरान लॉ एंड ऑर्डर पर चर्चा और इसे सख्ती से पालन कराने पर विचार किया गया. हालांकि इस बैठक में डीजीपी और मुख्य सचिव नहीं रहे. इसी कारण सरकार पर सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस-प्रशासन के मुखिया के बिना लॉ एंड ऑर्डर की बैठक कैसे हो गयी.