प्रयागराज : जिले में बीते दिनों अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर अधिवक्ताओं का प्रदर्शन जारी है. शनिवार को नाराज अधिवक्ताओं ने पुलिस लाइन गेट के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे. अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की. इस पर पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह वकीलों को समझा बुझाकर वहां से हटाया. सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे थे.
जिला अधिवक्ता संघ के वरिष्ठ अधिवक्ता विमल श्रीवास्तव का कहना है कि पूर्व कार्यक्रम के अनुसार, जिला अधिवक्ता संघ की आमसभा न्यायालय गेट पर हुई. इसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू की हत्या की गिरफ्तारी तक आंदोलन जारी रहेगा. प्रयागराज में अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला की हत्या के खिलाफ वकीलों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. 20 दिनो से वकीलों की हड़ताल जारी है.
वकीलों की हड़ताल की वजह से कामकाज पूरी तरह ठप है. सैकड़ों केसों की सुनवाई लटकी है. हजारों वादकारी रोज आकर वापस लौट रहे हैं. उनका कहना है कि वकीलों ने मांग की है कि अधिवक्ता के परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में एक करोड़ रुपये, शस्त्र लाइसेंस, सरकारी नौकरी दी जाए. हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए.
यह था मामला : 17 नवंबर 2024 को सलोरी इलाके में अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू पर जानलेवा हमला हुआ था. सिंचाई विभाग के ठेकेदार से विवाद के बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी. आरोप है कि ठेकेदार के साथ 3 गाड़ियों से आए लोगों ने फायरिंग करने के बाद अखिलेश शुक्ला को राइफल की बट और राॅड से पीटा था, फिर पैर में गोली मार दी थी. घायल अधिवक्ता का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. 21 नवंबर 2024 को रात उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने निखिल कांत सिंह और प्रिंस सिंह उर्फ रणविजय सिंह को गिरफ्तार किया था.
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