भीलवाड़ा. भीलवाड़ा यूआईटी कार्यालय में भ्रष्टाचार व फर्जी मुआवजा देने के आरोप के चलते रविवार को अजमेर एसीबी के एडिशनल एसपी भागचंद के नेतृत्व में यूआईटी कार्यालय में छापेमार कार्रवाई की गई. इस दौरान न्यास सचिव से इस मामले की जानकारी ली.
भीलवाड़ा नगर विकास न्यास कार्यालय में पिछले लंबे समय से मिल रही शिकायत को लेकर आज प्रदेश भ्रष्टाचार निरोधक डीजी के निर्देश पर अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी भागचंद के नेतृत्व में भीलवाड़ा नगर विकास न्यायालय कार्यालय में छापे की कार्रवाई की गई. इस दौरान नगर विकास न्यास के सचिव आईएएस ललित गोयल के चेंबर में नाजायज मुआवजा देने सहित भ्रष्टाचार के मामले में जानकारी ली.
अजमेर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी भागचंद भीलवाड़ा नगर विकास न्यास कार्यालय पहुंचे. इसके तुरंत बाद भीलवाड़ा एसीबी टीम भी नगर विकास न्यास कार्यालय पहुंची और नगर विकास न्यास के कार्मिकों से पूछताछ की. अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी भागचंद ने कहा कि भीलवाड़ा नगर विकास न्यास कार्यालय में कुछ फाइलों की मिसिंग होने सहित गड़बड़ी की शिकायत एक अखबार के माध्यम से मिली है. जिस पर मुख्यालय ने संज्ञान लिया है और इस मामले में मुझे यहां भेजा है. यहां हम जांच करने पहुंचे हैं. जांच रिपोर्ट बनाने के बाद जयपुर भेजी जाएगी.
गौरततलब है कि भीलवाड़ा नगर विकास न्यास में पिछले लंबे समय से भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं. इसके बाद आज रविवार अवकाश के दिन भी एसीबी टीम कार्रवाई करने पहुंची. इसके बाद भीलवाड़ा नगर विकास न्यास के कार्मिकों सहित भूमाफियाओ में हड़कंप मच गया.