वाराणसी: बनारस के इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अब पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल की यात्रा और भी आसान हो जाएगी. क्योंकि वाराणसी से नेपाल के लिए विमान सेवा बढ़ाई गई है. अभी तक वाराणसी से नेपाल के लिए दो दिन फ्लाइट थी, जिसे अब तीन दिन कर दिया गया है.
वाराणसी से धार्मिक पर्यटन को नेपाल से सीधे कनेक्ट करने की दृष्टि से एविएशन मंत्रालय की हरी झंडी मिलने के बाद बुद्धा एयरवेज ने इसका शेड्यूल जारी कर दिया है. एयरवेज के शेड्यूल के मुताबिक नेपाल वाराणसी के बीच नई सेवा की शुरुआत आज बुधवार से काठमांडू से शुरू हुई है. यह विमान बनारस 1 घंटे में काठमांडू पहुंचा देगा.
बुद्धा एयरवेज के कंट्री हेड उद्धव सूबेदी का कहना है कि एयरवेज सप्ताह के दो दिन सोमवार और शुक्रवार को हवाई सेवा संचालित कर रहा था. अब बुधवार से सप्ताह में 3 दिन इसका संचालन होगा. पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कंपनी वाराणसी के लिए एक और विमान सेवा बुधवार से शुरू कर रही है. जिसका किराया भी काफी रियायती है और ब्रेकफास्ट की सुविधा निशुल्क दी जाएगी. इसके अलावा कई पैकेज भी हैं, जो यहां आने वाले पर्यटकों को काफी अच्छे लगेंगे. इस पैकेज में पर्यटकों को रहने खाने और कन्वेंस की सुविधा भी दी जाएगी.
विमान का टिकट ऑनलाइन एयरवेज की वेबसाइट या फिर अन्य ट्रैवल वेबसाइट के जरिए बुक कराया जा सकते हैं. एडवांस टिकट भी उपलब्ध है. महज 6 से 7 हजार रुपए की रेंज में वन साइड और 12000 रुपए में डबल टिकट उपलब्ध हो जाएंगे. जैसी उपलब्धता वैसी टिकट की कीमत भी निर्धारित की जा रही है. फिलहाल लोगों का काफी इंटरेस्ट वाराणसी से काठमांडू जाने में दिखाई दे रहा है. इसलिए जल्दी एक और विमान सेवा की शुरुआत भी एयरवेज कर सकता है.
एयरलाइंस का विमान सुबह सुबह 8.30 बजे वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरकर 9.30 पर काठमांडू पहुंचेगा. यह सेवा तीन दिन सप्ताह में संचालित होगी. जिसमें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार का दिन तय किया गया है. पहले दिन के लिए यात्रियों ने काफी अच्छी बुकिंग कराई है. जबकि यह विमान सेवा नेपाल से सुबह 7.00 बजे शुरू होगी और वाराणसी 8.00 बजे यानी 1 घंटे में ही पहुंचाएगी.
बनारस से नेपाल के लिए 2018 में शुरू हुई थी विमान सेवा: बुद्धा एयरवेज के कंट्री हेड उद्धव सुबेदी ने बताया कि वाराणसी से काठमांडू के लिए पहले विमान सेवा की शुरुआत जून 2018 में हुई थी. वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर इस सेवा को शुरू किया था. जिसमें छोटा विमान संचालित किया जा रहा है. जिसकी क्षमता लगभग 47 सीट की थी. 2020 में कोरोना कल के दौरान इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद हुई थी. तब यह सेवा बंद की गई थी.
लगभग 1 साल बाद यह सेवा फिर से शुरू की गई थी. विमान सेवा रेस्पांस काफी अच्छा रहा. वाराणसी से नेपाल के लिए लगभग 65% सीट फुल रहती थी, लेकिन नेपाल से वाराणसी के लिए लगभग 90% से ज्यादा सीट्स बुक होती थी. रेस्पांस और डिमांड को देखते हुए ही हफ्ते में 3 दिन विमान सेवा शुरू की गई है. इन विमानों में सीट की क्षमता बढ़कर 72 हो गई है.
दो बड़े शिव स्थलों से जुड़ा एयर-वे: द्वादश ज्योतिर्लिंग में शामिल काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ काठमांडू के बाबा पशुपतिनाथ मंदिर को जोड़ने की यह कवायद निश्चित तौर पर पर्यटकों और शिव भक्तों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. नेपाल समेत वहां पहुंचने वाले बहुत से सैलानी सीधे वाराणसी 1 घंटे में ही पहुंच सकते हैं. वाराणसी में भी बड़ी संख्या में नेपाल से लोगों का आना होता है और देशभर से आने वाले लोगों के अलावा विदेशी पर्यटक भी इस विमान सेवा के जरिए सीधे नेपाल पहुंच सकते हैं.