पटनाः एआइएमआइएम के विधायक अख्तरुल ईमान भी आज विधानसभा परिषद में प्रदर्शन करते नजर आए. उन्होंने तेजस्वी यादव द्वारा मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं किए जाने की बात कही. साथ ही कहा कि जिस तरह जातीय सर्वे के बाद कहा गया था कि जिसकी जितनी आबादी होगी, उसका उतना हक होगा, लेकिन मुसलमानों को उनका हक भी नहीं मिला.
अख्तरुल ईमान का तेजस्वी पर हमलाः विधायक अख्तरुल ईमान ने साफ-साफ कहा कि जातीय गणना बिहार में की गई. 500 करोड़ से ज्यादा रुपया खर्च किया गया, लेकिन मुसलमानों को उनका वाजिब हक नहीं मिला. उन्होंने ये भी कहा कि तेजस्वी यादव अपनी यात्रा के दौरान माय समीकरण की चर्चा करते हैं, लेकिन उन्होंने मुसलमानों का काम नहीं किया है. जब सरकार थी तब भी मुसलमान के हित के लिए कुछ नहीं सोचा.
"तेजस्वी यादव केवल मुसलमानों को वोट के लिए इस्तेमाल करते हैं. मुसलमान के हित के लिए कुछ नहीं सोचा यहां तक की मदरसा शिक्षक की बहाली नहीं हुई, कोई काम मुसलमान के हित के लिए नहीं किया और आज जब यात्रा पर निकले हैं तो माय समीकरण और बाप समीकरण की बात कर रहे हैं. मुसलमान अब समझ गया है कि तेजस्वी यादव उनके लिए कुछ नहीं कर सकते हैं"- अख्तरुल ईमान शाहीन, एआईएमआईएम विधायक
'मुसलमान को उनका हक नहीं मिला': विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि अब उनके समीकरण में वाय ही उनके साथ है, एम उनके साथ नहीं हो सकता. अख्तरुल ईमान शाहीन ने साफ-साफ कहा कि तेजस्वी यादव भी अपने फायदे के लिए मुसलमान का इस्तेमाल करते हैं, हम मुसलमानों की हक की लड़ाई को लड़ रहे हैं और जिस तरह से जातिगत गणना के बाद यह कहा गया कि जिसकी जितनी आबादी है, उसके अनुसार आरक्षण होगा और उसी के अनुसार सरकारी नौकरी भी होगी, लेकिन मुसलमान को उनका हक नहीं दिया गया.
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