नई दिल्ली: तकनीकी शिक्षा में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने वर्ष 2024 के लिए एआईसीटीई पोस्ट-डॉक्टोरल फेलोशिप (पीडीएफ) योजना लॉन्च किया है. पीडीएफ योजना लांच करते हुए प्रो. टी.जी. सीताराम ने एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों में शोध की संस्कृति और ज्ञान को बढ़ावा देने की योजना के लक्ष्य पर प्रकाश डालत हुए कहा कि इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य शोधकर्ताओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता को आगे बढ़ाने में सहायता करना है. एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे ने कहा कि यह योजना एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शोध और नवाचार को बहुत बढ़ावा देगी.
हर साल दी जाएंगी 200 फेलोशिप
इस योजना के तहत सालाना 200 फेलोशिप प्रदान की जाएंगी. फेलोशिप की अवधि शुरू में एक वर्ष है जिसे एक और वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है. इस योजना में इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, डिजाइन, प्लानिंग, अप्लाइड आर्ट्स, क्राफ्ट्स एंड डिजाइन, अप्लाइड साइंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन, होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, और इंटर डिसिप्लनरी एरिया समेत एआईसीटीई के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्र शामिल हैं.
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इस योजना के तहत वे आवेदक पात्र हैं जिन्होंने इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, डिजाइन, प्लानिंग, अप्लाइड आर्ट्स, क्राफ्ट्स एंड डिजाइन, अप्लाइड साइंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन, होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, और इंटर डिसिप्लनरी एरिया के संबंधित विषय/अनुशासन में पीएचडी की है और वे बेरोजगार हैं. सामान्य श्रेणी के वे उम्मीदवार जिनके पीजी/यूजी स्तर पर न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक हैं, योजना के लिए पात्र हैं.
आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत की छूट है. पहले से ही नियमित सेवा में लगे उम्मीदवार इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं. आवेदकों की आयु सीमा 35 वर्ष से कम है. सरकारी मानदंडों के अनुसार आयु सीमा में छूट दी गई है. चयनित उम्मीदवारों को 65 हजार रुपये मासिक फ़ेलोशिप और सरकारी मानदंडों के अनुसार एचआरए के साथ 50 हजार रुपये का वार्षिक कंटिंजेंसी ग्रांट दिया जाएगा. पीडीएफ के लिए आवेदन पूरे वर्ष जमा किया जा सकता है. यह फ़ेलोशिप उम्मीदवार को अपने करियर में केवल एक बार ही दी जा सकती है. अधिक जानकारी एआईसीटीई की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है.
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