जोधपुर: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय शुष्क अनुसंधान संस्थान कजरी का निरीक्षण किया. यहां पर उन्होंने कृषि क्षेत्र में काजरी द्वारा किए जा रहे अनुसंधानों को देखा और विभिन्न किस्म की की जा रही उन्नत पैदावार का भी निरीक्षण किया. कृषि मंत्री ने शिमला मिर्च, आंवला, अनार, टमाटर की विभिन्न किस्मों को देखा. उन्होंने राजस्थान में की जाने वाली फसल जीरा, इसबगोल, मेथी, बैर और सरसों जैसी फसलों के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने खेजड़ी वृक्ष के बारे में भी जानकारी ली.
उन्होंने काजरी निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक यहां होने वाले अनुसंधान के बारे में विस्तृत जानकारी ली और काजरी के अनुसंधानों का किसानों को फायदा पहुंचाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए. कृषि मंत्री का शुक्रवार को जोधपुर में निर्धारित कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के चलते निरस्त कर दिया गया. दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने काजरी का दौरा किया.
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इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि काजरी मारवाड़ का महातीर्थ है. मारवाड़ क्षेत्र में वर्षा कम होने के कारण जलवायु में फसल उगाना एक चुनौती है. काजरी ने अपने अनुसंधानों के माध्यम से इसे सुगम बनाया है. काज़री पूरी टीम को मैं धन्यवाद देता हूं. 200 मिलीमीटर बारिश में कौन सी फसल किसानों के लिए फायदेमंद है? किसान कैसे उनसे अपनी आय बढ़ा सकते हैं? इस दिशा में कजरी ने महत्वपूर्ण प्रयोग किए हैं. मैंने आज किसानों के इस तीर्थ का अवलोकन किया है.
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केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मूल मंत्र है. हम इसको साकार करने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं और आईसीआर का यह केंद्र इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.