आगरा : इनकम टैक्स की जांच शाखा की ओर से 60 घंटे से तीन जूता कारोबारियों के 10 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. सोमवार रात करीब 11 बजे तक छापे में करोड़ों की नकदी मिली. 500-500 रुपये के 11200 से ज्यादा नोटों की गड्डियां मिलीं. ये रकम डबल बेड, गद्दे, अलमारी, बैग, जूते के डिब्बे और अन्य जगह से बरामद की गईं. इसे आईटी की टीम ने एसबीआई की कैश वैन मंगाकर उसके करेंसी चेस्ट में जमा कराया है. आईटी के सूत्रों की मानें तो तीनों कारोबारियों के ठिकानों पर मंगलवार को भी कार्रवाई जारी रहेगी. हालांकि, इनकम टैक्स की कार्रवाई के बारे में कोई अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
इनकम टैक्स की जांच विंग के ज्वाइंट डायरेक्टर अमरजोत के निर्देशन में एमजी रोड स्थित बीके शूज के अशोक मिड्डा, मंशु फुटवियर के हरदीप मिड्डा और हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग के घर और प्रतिष्ठान पर छापेमारी चल रही है. तीसरे दिन सोमवार को भी कार्रवाई रात तक जारी रही. सबसे ज्यादा खजाना हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग के घर से मिला. यहां पर डबल बेड और अलमारी में रखे बैगों में छिपाकर नकदी रखी गई थी. आईटी टीमों ने 500 रुपये के नोटों के 11200 बंडलों को स्टेट बैंक की वैन मंगवाकर सोमवार को सरकारी अकाउंट में जमा कराया है. टीम में आगरा, लखनऊ, कानपुर, नोएडा के अधिकारी और कर्मचारी, बैंक कर्मचारी और पुलिसकर्मी शामिल हैं.
टीम ने शनिवार सुबह 11 बजे आगरा में एमजी रोड के बीके शूज, धाकरान के मंशु फुटवियर और हींग की मंडी के हरमिलाप ट्रेडर्स और जयपुर हाउस स्थित आवास समेत 14 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. आईटी टीम ने हर जगह से दस्तावेज, इलेक्टॉनिक गजट, लैपटॉप समेत अन्य सामान को कब्जे में ले लिया. उनसे डाटा ट्रांसर्फर करा लिया गया है. इसकी छानबीन की जा रही है.
इतने मिले नोट कि हांफ गईं मशीनें : आईटी टीम को हरमिलाप ट्रेडर्स के मालिक रामनाथ डंग के जयपुर हाउस स्थित आवास से 500-500 रुपये के नोटों की गड्डियां बैड, गद्दों, अलमारी, जूते के डिब्बे, थैला और दीवारों में भरीं मिली थीं. इस अकूत खजानें की 10 से अधिक मशीनों से गिनती कराई गई. नोट इतने अधिक थे कि मशीनें भी थक गईं. इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इसके साथ ही रामनाथ डंग के गोविंद नगर स्थित आवास में भी नोटों की गड्डियां मिली हैं. यहां भी अलग से टीम रुपये गिनने में लगी हैं. वॉशिंग मशीन और दीवारें भी टीमें खंगाल रहीं हैं.
आय से अधिक संपत्ति के दस्तावेज मिले : आईटी टीम को शूज कारोबारियों के यहां छापेमारी में शूज कारोबारी रामनाथ डंग के यहां से आय से अधिक संपत्ति के साथ ही बेनामी संपत्तियों के भी दस्तावेज मिले हैं. इन्हें आईटी टीम ने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है. इसके साथ ही अन्य शूज कारोबारियों के यहां से आय से अधिक संपत्ति के साथ ही टैक्स में हेराफेरी के दस्तावेज मिले हैं. इसके साथ ही ब्याज का हिसाब किताब भी मिला है. रामनाथ डंग ब्याज पर शूज कारोबारियों को रुपये देते हैं.
टैक्स चोरी के इनपुट मिले थे : इनकम टैक्स की जांच टीम को बीते कुछ समय से बीके शूज, मंशु फुटवियर और के यहां टैक्स चोरी के इनपुट्स मिले थे. इसकी छानबीन की गई. इसके बाद ही जांच टीम ने एक साथ 6 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा. इसमें मंशु फुटवियर और बीके शूज के मालिक रिश्तेदार हैं. दोनों का जूता बाजार में बड़ा नाम है.
जमीन में निवेश, सोना भी खरीदा : इनकम टैक्स की कार्रवाई में शूज कारोबारियों के पास से भारी मात्रा में जमीन में निवेश, सोना की खरीद के दस्तावेज मिले हैं. इसमें इनर रिंग रोड के पास कारोबारियों ने जमीन में बड़ा निवेश किया है. इनकम टैक्स की टीम ने तीनों जूता कारोबारियों के प्रतिष्ठानों से लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त करके उनसे डेटा जांच के लिए गए हैं. इसके साथ ही रसीदें और बिल के साथ स्टॉक रजिस्टर की जांच में चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. एक प्रतिष्ठान के संचालक ने अपने आईफोन का लॉक नहीं खोला है. इसमें लेनदेन के कई राज छिपे हुए हैं.
20 से अधिक व्यापारियों की मिलीं पर्ची : इनकम टैक्स ने हरमिलाप ट्रेडर्स के मालिक रामनाथ डंग के यहां पर जो कैश बरामद हुआ है. उससे शूज कारोबार में चलने वाली पर्ची का काम चर्चा में है. रामनाथ डंग की दो दशक पहले मोती कटरा में आटा चक्की थी. इसके साथ ही हींग की मंडी में पर्ची का काम यानी शूज कारोबारियों को ब्याज पर रुपये देने का काम था. जब पर्ची का काम अच्छा चलने लगा तो उन्होंने आटा चक्की बंद कर दी और शूज कारोबार में हाथ आजमाए. आईटी की कार्रवाई में रामनाथ डंग के आवास के 20 से अधिक जूता कारोबारियों के नाम की पर्ची मिली हैं. पर्ची का खेल उजागर होने से शूज कारोबारियों में खलबली मची हुई है. हर कोई डरा हुआ है. क्योंकि, पर्ची से ब्याज के साथ ही लेनदेन का काम भी बड़े स्तर पर होता है.
इन ठिकानों पर छापामार कार्रवाई : आईटी की इन्वेस्टिगेशन यूनिट की हरमिलाप ट्रेडर्स, बीके शूज और मंशु फुटवियर के 14 ठिकानों पर एक साथ पूरी तैयारी से छापा मार कार्रवाई शुरू हुई थी. इसमें आलोक नगर स्थित रामनाथ डंग के आवास, कमला नगर स्थित पूर्ति निवास, बृज बिहार, एमजी रोड, पूर्वी विला सूर्य नगर, शंकर ग्रीन, सिकंदरा, हीग की मंडी स्थित श्रीराम मंदिर मार्केट, धाकरान चौराहा का कार्यालय शामिल हैं.
शुरुआत में 30 घंटे तक किया सर्वे : आईटी ने जिन तीन शूज कारोबारियों के यहां पर छापेमार कार्रवाई की है. उनमें से बीके शूज और मंशु फुटवियर कंपनी के मालिक के यहां पर पहले भी आईटी और जीएसटी का सर्वे हुआ था. तब करीब 30 घंटे तक सर्वे चला था. इसमें भी टैक्स चोरी पकड़ी गई थी. इसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ.
हर दो घंटे में सीबीडीटी जा रही रिपोर्ट : इनकम टैक्स की इन्वेस्टिगेशन टीम की शूज कारोबारियों के यहां पर हो रही छापामार कार्रवाई की दिल्ली से मॉनीटिंग हो रही है. करोड़ों के नोटों की गड्डियां मिलने से मामला तूल पकड़ गया. इसलिए, हर दो घंटे में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को रिपोर्ट भेजी जा रही है. नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद नोटों की इतनी गड्डियां मिलना उनके लिए भी चौंकाने वाला है.
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