आगरा : आगरा में शुक्रवार को इंटरनेशनल शूज फेयर ‘मीट एट आगरा’ का उद्घाटन हो गया. आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित गांव सींगना में आगरा ट्रेड सेंटर में फुटवियर कंपोनेंट्स एंड मशीनरी की आधुनिक और रचनात्मकता का संसार सज गया है. तीन दिन तक यहां पर करोड़ों रुपये का कारोबार होगा. यहां पर नई-नई तकनीक और मशीनरी की 35 से अधिक देशों की 200 से अधिक स्टॉल लगी हैं.
बता दें, ‘मीट एट आगरा’ का ये 16वें संस्करण है. इसका उद्घाटन आगरा ट्रेड सेंटर पर मुख्य अतिथि लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राकेश गर्ग, लेदर सेक्टर स्किल कॉउंसिल के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन, प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स एस. नैयर अली नजमी, स्टेट जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर मारुति शरण चौबे, ज्वाइंट कमिश्नर इंडस्ट्री अनुज कुमार, एमएसएमई के संयुक्त निदेशक आरके भारती और एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, फेयर ऑर्गनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन गोपाल गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया.
अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभा रहा फुटवियर सेक्टर : उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राकेश गर्ग ने कहा कि हमारे देश में लघु उद्योग क्षेत्र हमेशा से आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. ऐसे आयोजन न केवल उद्योगों को एक मंच प्रदान करते हैं, बल्कि नवाचार, विकास और कौशल निर्माण में भी सहायक होते हैं. लघु उद्योग निगम इस दिशा में सरकार की योजनाओं को लागू करने में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है.
उद्योगों की समृद्धि सीधे तौर पर देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में योगदान देती है. आगरा के लेदर क्लस्टर ने इस बात को लगातार साबित किया है कि जब स्थानीय उद्योगों को सही मार्गदर्शन और समर्थन मिलता है तो वे न केवल अपनी सीमा तक बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं.
लेदर सेक्टर स्किल कॉउंसिल के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने कहा कि मीट एट आगरा अपने आयोजन के उद्देश्य में लगातार नहीं सफलता पा रहा है. खुशी की बात है कि यह आयोजन जब शुरू हुआ था तब इसका स्वरूप रीजनल था फिर नेशनल हुआ और आज ये फेयर इंटरनेशनल बन गया है. एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि कंपोनेंट्स की दृष्टि से हमें जूता उद्योग को और मजबूत करना होगा.
उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें अपनी उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता दोनों को बढ़ाना होगा. आज देश में बड़े पैमाने पर यह प्रयास हो रहे हैं. आगरा भी इसमें पीछे नहीं हैं. यहां उत्पादन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो रहा है. उन्होंने कहा कि तीन साल में 5% या 10% वृद्धि का लक्ष्य तो ठीक है. सिर्फ चमड़े के जूते बनाने तक सीमित नहीं रहना है. हमें स्पोर्ट्स शूज, स्नीकर, एथलेटिक शूज, और विशेष प्रकार के स्पोर्ट्स शूज जैसे फुटबॉल, गोल्फ, क्रिकेट आदि के विकल्प भी विकसित करने होंगे. सेफ्टी शूज और अन्य संबंधित उत्पादों की भी आज भारी मांग है.
ताइवान के प्रतिनिधिमंडल ने जताया आभार : मीट एट आगरा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 35 देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इसमें ताइवान, जर्मनी, ब्राजील, स्पेन, इटली, चीन और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों के विशेष प्रतिनिधि मंडल इस फेयर में भाग ले रहे हैं. ताइवान के प्रतिनिधि मंडल ने मंच से अपने साथ लाए गए 'धन्यवाद' बैनर को प्रदर्शित किया. उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गत वर्ष के टर्नओवर के आधार पर पांच समूहों को "एक्सीलेंस अवार्ड" से सम्मानित किया गया. जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं.
एक्सीलेंस इन फुटवियर एक्सपोर्ट्स
• गोपाल गुप्ता - गुप्ता एच.सी. ओवरसीज
• अजित कलसी - मेट्रो एंड मेट्रो
• गौतम मेहरा - लाइनर शूज
एक्सीलेंस इन फुटवियर कंपोनेंट्स
• अमन गुप्ता - कैप्सटन रबर इंडिया
• कपिल पलवर - डीएसएम सोल प्रोडक्ट्स
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