नई दिल्ली: नीट यूजी परीक्षा 2024 के चार जून को घोषित किए गए परिणामों को लेकर छात्रों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. विभिन्न छात्र संगठनों दवारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है. इसके साथ राजनीतिक दलों के यूथ विंग भी अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इसी क्रम में आज इंडियन यूथ कांग्रेस के बैनर तले दोपहर 12:30 बजे से रायसीना रोड पर प्रदर्शन कर परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ियों की जांच की मांग की गई. जबकि सोमवार को वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन आइसा ने भी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया हुआ है.
इसके अलावा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी आज विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था. लेकिन, अब उसने अपने आज के विरोध प्रदर्शन को स्थगित करते हुए सोमवार को ही विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. बता दें, नीट यूजी परीक्षा में 6 सेंटरों पर परीक्षा देने वाले 1563 छात्र-छात्राओं को ग्रेस मार्क्स दिए जाने को लेकर के बवाल मचा हुआ है. इसको लेकर के शनिवार दोपहर को केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करके छात्रों के कई सवालों के जवाब देने की कोशिश की गई. लेकिन, इसके बावजूद छात्र संतुष्ट नहीं हुए और वह लगातार इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
अन्य विपक्षी पार्टियां भी सरकार पर इस परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रही है. शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिल्ली सरकार की मंत्री ने भी पूछे गए नीट यूजी रिजल्ट पर उतरे सवालों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि अगर सरकार यह कह रही है कि इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई है तो छात्रों की मांग पर सीबीआई जांच कराने में क्या हर्ज है.
इसके अलावा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जूनियर डॉक्टर नेटवर्क ने भी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए के अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की थी. साथ ही सात बिंदुओं से संबंधित अपनी आपत्तियां भी जोशी को भेजी थी.