जयपुर. शेखावाटी क्षेत्र में यमुना का पानी लाने के लिए ऐतिहासिक एमओयू करने के दो दिन बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को जयपुर पहुंचे. जयपुर हवाई अड्डे पर सीकर, चूरू और झुन्झुनूं जिलों से बड़ी संख्या में आए जनप्रतिनिधियों, किसानों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और आमजन ने त्रिपक्षीय एमओयू करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.
तीन दशक पुरानी मांग पूरी : शेखावाटी क्षेत्र के सीकर, चूरू एवं झुन्झुनूं जिलों तक यमुना का पानी लाने की मांग करीब तीन दशक पुरानी थी. 1994 में हुए यमुना जल समझौते के बाद भी राजस्थान यमुना जल से वंचित था. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार बनते ही भारत सरकार और हरियाणा सरकार के साथ चर्चा और पत्र व्यवहार कर इस मुद्दे के समाधान के लिए पहल की. सीएम के प्रयासों से सरकार के कार्यकाल के पहले 2 माह में ही ताजेवाला हेड वर्क्स से पाइपलाइन बिछाकर पानी लाने के लिए एमओयू हुआ है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में 17 फरवरी को नई दिल्ली में एक त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे. केन्द्र सरकार, हरियाणा सरकार और राजस्थान सरकार के बीच हुए इस एमओयू के तहत ताजेवाला हेड से प्रवाह प्रणाली के क्रम में डीपीआर बनाने पर सहमति बनी. इस योजना के मूर्त रूप लेने के बाद राजस्थान को ताजेवाला हेड-वर्क्स से यमुना नदी का पानी मिल सकेगा. इससे बारिश में व्यर्थ बह जाने वाले जल का भी समुचित उपयोग हो सकेगा.
सीएम को बताया राजस्थान का भागीरथ : ऐतिहासिक एमओयू के बाद मुख्यमंत्री के सोमवार सुबह दिल्ली से रवाना होने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम जयपुर एयरपोर्ट के बाहर जमा हो गया. मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट से बाहर आता देख लोग उत्साहित होकर उनके स्वागत में नारे लगाने लगे. उन्होंने मुख्यमंत्री का साफा और माला पहनाकर भव्य स्वागत किया. महिलाओं ने भी लोकगीत गाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया. लोगों ने अपने हाथों में राजस्थान के भागीरथ भजनलाल शर्मा लिखी तख्तियां ले रखी थीं. एयरपोर्ट पर आए कार्यकर्ताओं ने सीएम भजनलाल को राजस्थान का भगीरथ बताया. इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, सांसद सुमेधानंद सरस्वती, राहुल कस्वां, नरेन्द्र कुमार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, विधायक गोरधन, धर्मपाल और विक्रम झाखल मौजूद थे. साथ ही यमुना जल हमारा हक आंदोलन समिति (शेखावाटी) तथा शेखावाटी परिवार समिति जयपुर के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में किसान एवं आमजन मौजूद थे.