कानपुर: यूपी के कानपुर से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन उसके शव के लेकर निकले. रास्ते में कुछ ऐसा हुआ कि परिजनों को पोस्टमार्टम हाउस लौटना पड़ा. जानिए क्या है पूरा वाकया.
फतेहपुर के गाजीपुर में रहने वाले मनोज त्रिवेदी की पत्नी अनीता अपने घर में गिर गई थीं. परिजनों ने आनन-फानन में हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था. अनीता के सिर में गंभीर चोटें आई थीं. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था. इस दौरान जब अनीता के परिजन उसका शव लेकर घर के निकले तो बीच रास्ते उन्हें कुछ संदेह हुआ. उन्होंने जब चादर हटाकर चेहरा देखा तो हैरान हो गए. दरअसल, शव अनीता का था ही नहीं.
परिजनों का कहना है, कि शव देखने के बाद उन्हें जानकारी हुई कि यह अनीता का नहीं बल्कि किसी दूसरी महिला का है. इसके बाद परिजन फौरन ही दोबारा पोस्टमार्टम हाउस लौटे.जानकारी करने पर पता चला कि अनीता के शव की जगह रेशमा नाम की महिला का शव उन्हें दे दिया गया था. इस बात को लेकर परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों पर काफी नाराजगी भी जताई. इसके बाद परिजनों को अनीता का शव सौंप दिया गया. इस मामले में पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों का कहना था कि महिला के शव के साथ ही एक बॉडी और रखी हुई थी. परिजन गलती से दूसरी बॉडी अपने साथ ले गए. वहीअनीता के परिजनों का कहना था कि पोस्टमार्टम हाउस में खुद अनाउंस किया गया था कि अनीता का पोस्टमार्टम हो गया है और गलती से हमें दूसरी बॉडी दे दी गई.
इस मामले में सीएमओ आलोक रंजन का कहना है, कि इस इस मामले की हम जांच कराएंगे. उनका कहना है कि पोस्टमार्टम पुलिस ही कराने के लिए लाती है और पोस्टमार्टम के बाद बॉडी पुलिस को दे दी जाती है.