नई दिल्ली: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सोमवार को आए तूफान और बारिश के दौरान एक विशाल होर्डिंग के गिरने की वजह से बड़ा हादसा हो गया था. इसमें 14 लोगों की जान चली गई और करीब 60 लोग घायल हो गए. इस हादसे के बाद अब दिल्ली की नगर निकाय भी चिंतित हो गई हैं. दिल्ली नगर निगम ने भी इस हादसे के बाद दिल्लीभर में उसके अधीनस्थ क्षेत्रों में लगे होर्डिंग्स, पिलर और यूनिपोल के स्ट्रेक्चर की मजबूती का आकलन करने की तैयारी की है. इस बाबत एमसीडी की ओर से सभी एडवरटाइजिंग एजेंसीज के लिए एडवाइजरी जारी की है. इन सभी एजेंसीज को अपने इन सभी यूनिपोल व दूसरे ढांचों की स्ट्रैक्चरल मजबूती का ऑडिट करने का निर्देश दिया गया है.
एमसीडी की ओर से जारी एडवाइजरी में सभी 12 जोनों के एडवरटाइजिंग पिलर्स और यूनिपोल्स आदि की मजबूती को तत्काल जांचने के लिए कहा गया है. यह एडवाइजरी उन सभी लिस्टेटड एडवरटाइजर्स और कॉन्ट्रैक्टर्स को जारी की गई है जोकि एमसीडी में एम्पैनल्ड हैं. इन एजेंसियों को अपने क्षेत्र की सभी विज्ञापन साइट्स के ढांचे की वर्तमान स्थिति, मजबूती, स्थिरता की जांच करने को कहा गया है. इन सभी के ऑडिट करने के बाद ही पता चल सकेगा कि इन सभी की मौजूदा स्थिति क्या है. इस ऑडिट के दौरान संबंधित विज्ञापन एजेंसी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि अगर कोई पोल संरचना अस्थिर या क्षतिग्रस्त हो तो उसको तुरंत दुरूस्त किया जाए जिससे कि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके.
एमसीडी अधिकारी का कहना है कि विज्ञापन विभाग के साथ काम करने वाले सभी सूचीबद्ध विज्ञापनदाताओं और ठेकेदारों से कहा है कि वे जांच के दौरान इनमें किसी प्रकार की कोई खामियां पाते हैं तो उसको प्राथमिकता के आधार पर दूर करें. हालांकि, विज्ञापन साइट स्थापना के वक्त कंपनियों या फर्मो की ओर से स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट दिया जाता है. बावजूद इसके हर साइट का फिर से अनुभवी स्ट्रेक्चरल इंजीनियर्स की ओर से ऑडिट किया जाएगा. इसके बाद एक डिटेल्ड रिपोर्ट संबंधित विभाग को एडवाइजरी जारी होने के तीन दिनों के भीतर प्रस्तुत करनी होगी.
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इसके अलावा स्ट्रेक्चरल ऑडिट के अलावा एमसीडी की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैं कि निगम अधिकारी अवैध तरीके से लगे यूनिपोल्स का पता लगाएं और उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करें. एमसीडी ने मुंबई की घटना के बाद अब राजधानी के लोगों की सुरक्षा के लिहाज से त्वरित कार्रवाई करने संबंधी निर्देश जारी किए हैं. एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. मुंबई जैसे हादसे की पुनरावृति रोकने को इस तरह का कदम उठाया जा रहा है.
इस बीच देखा जाए तो दिल्ली में आगामी 25 मई को छठे चरण के अंतर्गत सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों की ओर से भी दिल्लीभर में बड़े-बड़े अवैध तरीके से होर्डिंग्स व बैनर, पोस्टर, साइनेज बोर्ड आदि लगाए जा रहे हैं. चुनाव आयोग के निर्देशों के बाद से एमसीडी पहले से ही इनके खिलाफ अभियान चलाए हुए है.
आने वाले दिनों में अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ तेज होगी कार्रवाई: एमसीडी की तरफ से मंगलवार तक 2.9 लाख होर्डिंग्स, 4.8 लाख पोस्टर या बैनर, 65,000 साइनबोर्ड और 53,573 झंडे आदि हटाने की कार्रवाई करने का दावा किया गया है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह कार्रवाई और तेज हो सकती है. इस पूरी कार्रवाई की एक डिटेल्ड रिपोर्ट नोडल अफसर की ओर से दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को भी सौंपी जाती है. मंगलवार को भी एमसीडी के 12 जोनों की अलग-अलग टीमों ने 950 होर्डिंग्स, 6,306 बैनर, 443 साइनबोर्ड और 881 झंडे हटाने की कार्रवाई की. Conclusion:बताते चलें कि दिल्लीभर में एमसीडी अधीनस्थ एरिया में कुल 1140 एडवरटाइजिंग साइट्स अलॉटेड हैं. आमतौर पर सभी विज्ञापनदाताओं को मॉनसून से पहले स्ट्रेक्चरल सुरक्षा ऑडिट करना होता है. आउटडोर विज्ञापन नीति, 2017 के मुताबिक यूनिपोल की अधिकतम ऊंचाई 10 मीटर हो सकती है.
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