दंतेवाड़ा: बीते दिनों दंतेवाड़ा के हितामेटा पोटा केबिन के बच्चों ने सुविधाओं को लेकर प्रदर्शन किया. प्रशासन अभी उस समस्या से जूझ ही रहा था कि गीदम के मैट्रिक छात्रावास के बच्चों ने प्रदर्शन शुरु कर दिया. नाराज छात्रों का कहना है कि ''हॉस्टल की छत का मलबा सो रहे बच्चे पर गिर गया. बच्चे के हाथों में चोट आई है. वार्डन की कार्यशैली से सभी बच्चे नाराज हैं''. छात्रों का आरोप है कि वार्डन बेवजह उनको पीटते भी हैं. छात्रों का आरोप है कि ''जो खाना उनको हॉस्टल में दिया जाता है वो खराब होता है. दाल में पानी मिलाकर देते हैं. सब्जी भी पकी हुई नहीं मिलती है''.
नाराज छात्रों का कलेकट्रेट पर प्रदर्शन: नाराज छात्र जब कलेक्टर से शिकायत करने के लिए पहुंचे तो वहां पर कलेक्टर मौजूद नहीं थे. कलेक्टर को जैसे ही छात्रों के आने की सूचना मिली. फोन लगाकर कलेक्टर ने छात्रों से बात की. कलेक्टर ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों और शिकायतों पर जल्द कार्रवाई करेंगे. छात्रों का कहना था कि हॉस्टल की छत को मरम्मत कराना चाहिए. सोते समय छात्र के हाथों पर छत का मलबा गिर गया है. गनीमत रही कि छात्र को गंभीर चोटें नहीं आई. मलबा अगर शरीर के दूसरे हिस्से में गिरता तो गंभीर चोटें आ सकती थी.
''मेरे ऊपर छत गिर गई थी. हाथ में छत का मलबा गिरने से मेरे हाथों में दर्द है. हम लोग कलेक्ट्रेट में आए हैं कलेक्टर सर से मिलने के लिए. उनसे मिलकर हम अपनी शिकायत करेंगे. हॉस्टल में दाल भात भी ठीक से नहीं मिलता है. बेवजह की मारपीट भी वार्डन किया करते हैं'' - नाराज छात्र
''आश्रम की छत का मलबा गिर रहा है. हम लोग इस बात की शिकायत लेकर आए हैं. हम चाहते हैं कि हॉस्टल की मरम्मत की जाए. दाल में पानी मिलाकर खिलाते हैं. कभी भी सब्जी पकी हुई हमें नहीं दी जाती है''. - नाराज छात्र
बच्चों की शिकायत पर कलेक्टर का आश्वासन: दंतेवाड़ा में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है. बारिश के चलते पोटा केबिन और आश्रम दोनों पानी सीपेज के साथ साथ निर्माण के दौरान बरती गई खामियां सामने आ रही हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सल पीड़ित परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए पोटा केबिन और आश्रम की सुविधा शुरु की गई थी. कलेक्टर ने बच्चों को जरुर ये आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर जल्द एक्शन लिया जाएगा.