देहरादून: आखिरकार कार हादसे के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. इसके लिए जिला सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सविन बंसल के निर्देश पर संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है. समिति में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन ऋषिकेश और विकासनगर भी शामिल हैं. समिति 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट जिला सड़क सुरक्षा समिति को सौंपेगी. वहीं, अब परिवहन विभाग पुलिस के साथ मिलकर रात को ओवरस्पीड को लेकर चेकिंग अभियान चलाएगा.
देहरादून कार हादसे में 6 लोगों की गई जान: गौर हो कि बीती 12 नवंबर की सुबह 1.30 बजे देहरादून के ओएनजीसी चौक पर तेज रफ्तार इनोवा कार हादसे का शिकार हो गई थी. यह कार सीधे कंटेनर के पिछले हिस्से में टकराई थी. जिसमें कार चकनाचूर हो गई थी. इस कार में 7 युवक-युवतियां सवार थे, जिनमें से 6 लोगों (3 युवक और 3 युवतियां) की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, इनोवा में सवार एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया.
इस हादसे में 6 लोगों की मौत होने के बाद देहरादून जिले में दुर्घटना संभावित स्थानों पर सुरक्षा संबंधी इंतजामों की पोल खुल गई है. इसके साथ ही पुलिस और परिवहन विभाग की रात की चेकिंग व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. बेलगाम स्पीड से दौड़ती हुई इस कार को न तो पुलिस ने कहीं पर रोका. न ही परिवहन विभाग की टीम रात में कहीं नजर आई है. नतीजा ये हुआ कि एक झटके में 6 लोगों की जान चली गई.
वहीं, इस हादसे के बाद जिला प्रशासन जाग गया है. जिलाधिकारी सविन बंसल ने इसकी जांच के निर्देश संभागीय परिवहन अधिकारी को दे दिए हैं. जिसके तहत संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है. साथ ही 15 दिन में जनवरी से अब तक हुई दुर्घटनाओं का विश्लेषण करने और दुर्घटना स्थल पर सुधार के उपाय से जुड़ी रिपोर्ट मांगी हैं.
समिति को दी गई जिम्मेदारी-
- जनवरी से अब तक हुई दुर्घटनाओं का आंकड़ा पुलिस से लेकर उसका विश्लेषण किया जाएगा.
- विश्लेषण के बाद ऐसे मार्ग, स्थान और क्षेत्रों को चिन्हित किया जाएगा, जहां बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं.
- दुर्घटना संभावित सभी स्थानों का भौतिक निरीक्षण कर कारणों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
- दुर्घटना किस समय और किस अवधि में ज्यादा हो रही है? इसकी जांच की जाएगी. ताकि, वहां चेकिंग की व्यवस्था मजबूत की जा सके.
- विश्लेषण के बाद जिला सड़क सुरक्षा समिति की ओर से दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव पत्र भी तैयार किया जाएगा.
बेहद डरावने हैं सड़क हादसे के आंकड़े: परिवहन विभाग के मुताबिक, इस साल जनवरी से अक्टूबर तक देहरादून में कुल 435 वाहन दुर्घटनाएं हुई हैं. जिनमें 158 लोगों की मौत हुई. जबकि, 376 घायल हुए हैं. पिछले साल 2023 में इस अवधि में 373 दुर्घटना में 151 लोगों की मौत हुई थी. साल 2023 में उत्तराखंड में कुल 1,220 हादसों में केवल ओवरस्पीड में 750 लोगों की जान गई है. साल 2024 में जनवरी से सितंबर तक कुल 1,311 हादसों में 770 लोगों की जान जा चुकी है.
कार की रफ्तार 140 से 150 किमी प्रति घंटा होने का अनुमान: परिवहन विभाग की मानें तो शहर में वाहनों की अधिकतम गति सीमा 40 किमी प्रति घंटा है. हालांकि, कुछ मार्गों पर तो स्पीड लिमिट यानी गति सीमा 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा भी है. सोमवार रात को देहरादून में हुए दुर्घटना की प्रारंभिक जांच में इनोवा कार की स्पीड 140 से 150 किमी प्रति घंटा होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
क्या बोले आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी? संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने बताया कि लगातार हो रही दुर्घटनाओं की जांच और इनकी रोकथाम के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है. परिवहन विभाग की ओर से अब पुलिस साथ मिलकर रात को ओवरस्पीड को लेकर अभियान चलाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि शहर में एक टीम रात को 11 बजे के बाद चेकिंग करेगी. साथ ही परिवहन विभाग अब इस तरह की दुर्घटना पर रोकथाम के लिए दून के सभी कॉलेजों में जागरूक अभियान करेगी और कॉलेज संचालकों को बताया जाएगा कि कॉलेज की जिम्मेदारी भी है.
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